भारत सरकार के पूर्व सचिव हरीश चंद्रा ने फाफामऊ कांड की जांच सीबीआइ से कराने की मांग की
प्रयागराज में फाफामऊ कांड को लेकर राष्ट्रीय दलित न्याय आंदोलन भारत जन ज्ञान समिति डायनेमिक एक्शन ग्रुप की ओर से फाइंडिंग रिपोर्ट तैयार की गई है। इसमें शामिल भारत सरकार के पूर्व सचिव हरीश चंद्र आदि ने रिपोर्ट तैयार करने के बाद जिलाधिकारी से मुलाकात कर अपनी मांग रखी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज के फाफामऊ में नाबालिग दलित से दुष्कर्म और पूरे परिवार की हत्या की जांच सीबीआइ से कराने की मांग भारत सरकार के पूर्व सचिव हरीश चंद्रा ने की है। प्रेस क्लब में बुधवार को मीडिया से मुखातिब पूर्व आइएएस हरीश ने कहा कि इस मामले में सीओ से लेकर एसएसपी तक ने लापरवाही बरती क्योंकि पीड़ित परिवार वर्ष 2019 से परेशान था। अगर पुलिस केस की जांच कर पहले ही कार्रवाई करती तो शायद इतनी बड़ी घटना न होती।
इस कांड को लेकर फाइंडिंग रिपोर्ट तैयार की गई है
दरअसल इस कांड को लेकर राष्ट्रीय दलित न्याय आंदोलन, भारत जन ज्ञान समिति, डायनेमिक एक्शन ग्रुप की ओर से फाइंडिंग रिपोर्ट तैयार की गई है। इसमें भारत सरकार के पूर्व सचिव हरीश चंद्र, एडवोकेट राहुल सिंह, पूर्व एसपी बहादुर राम, एडवोकेट रामदुलार समेत कई अन्य लोग शामिल थे। उन्होंने अपनी रिपोर्ट तैयार करने के बाद जिलाधिकारी प्रयागराज से मुलाकात की और उन्हें घटना के बारे में अवगत कराते हुए अपनी मांग रखी।
पुलिस पर इस मामले में हीलाहवाली करने का आरोप
यह भी कहा गया है कि पुलिस इस मामले में हीलाहवाली कर रही है। नामजद आरोपियों को बचाने का प्रयास चल रहा है। जातिगत आधार पर भी मामले को दबाने की कोशिश की जा रही है। संगठन से जुड़े पदाधिकारियों का यह भी कहना है कि प्रकरण में कोई भी गलत व्यक्ति को न फंसाया जाए। जिम्मेदार पुलिस अधिकारियों के खिलाफ भी एससी एसटी एक्ट के तहत मुकदमा दर्ज किया जाए। इस मामले को लेकर वह जल्द ही मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और अपनी बातों को रखेंगे।