Railway News Prayagraj : डीएफसी ट्रैक पर सुजातपुर से रूमा तक जून से दौड़ेगी मालागाड़ी
ईस्टर्न डीएफसी (डेडीकेटेड फ्रेट कोरीडोर) के एक हिस्से पर दिसंबर में ट्रेन संचालन के बाद आगे का काम तेजी से चल रहा है। जून तक कानपुर के निकट रूमा से कौशांबी के सुजातपुर स्टेशन तक डीएफसी ट्रैक पर ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा।
प्रयागराज, प्रमोद यादव। ईस्टर्न डीएफसी (डेडीकेटेड फ्रेट कोरीडोर) के एक हिस्से पर दिसंबर में ट्रेन संचालन के बाद आगे का काम तेजी से चल रहा है। जून तक कानपुर के निकट रूमा से कौशांबी के सुजातपुर स्टेशन तक डीएफसी ट्रैक पर ट्रेन का संचालन शुरू कर दिया जाएगा। फिर साल के आखिर तक भाऊपुर से रूमा के बीच ट्रैक मालगाड़ी चला दी जाएगी।
तेजी से चल रहा है ईस्टर्न डीएफसी ट्रैक बनाने का काम
खुर्जा से भाऊपुर तक डीएफसी के ट्रैक पर 29 दिसंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हरी झंडी दिखाई थी। उसके बाद लगातार इस ट्रैक पर मालगाडिय़ों का सौ किमी प्रति घंटा की गति से ट्रेन का संचालन हो रहा है। ट्रैक शुरू होने से पुराना रेल ट्रैक यात्री ट्रेनों के लिए खाली हो गया है। इसलिए उतनी दूरी में यात्री ट्रेनें समय से चल रही हैं।
अगले चरण में रूमा से भाऊपुर तक कर सकेंगे संचालन
अगली कड़ी में कानपुर के निकट रूमा से कौशांबी के सुजातपुर तक ट्रैक बनाने का काम तेजी से चल रहा है। इस 135 किलोमीटर के ट्रैक का बेस तैयार हो गया है। पटरी बिछाने के साथ ही सिग्नल सहित अन्य काम तेजी से चल रहा है। डीएफसी के सीजीएम ओम प्रकाश ने बताया कि जून तक इस सेक्शन पर ट्रेन का संचालन शुरू होगा। कानपुर को बाइपास करते हुए रूमा से भाऊपुर का सेक्शन दिसंबर तक शुरू कर देंगे। फिर सुजातपुर से खुर्जा तक मालगाड़ी के लिए नॉन स्टाफ ट्रैक मिल जाएगा। 2022 तक पूरा ईस्टर्न डीएफसी शुरू करने का लक्ष्य है।
समय से चलेंगी यात्री ट्रेनें
दिल्ली-हावड़ा रूट को 160 किमी प्रति घंटा की गति से ट्रेन चलाने के लिए तैयार किया जा रहा है। जब मालगाड़ी डीएफसी ट्रैक पर शिफ्ट हो जाएगी तो पुराने ट्रैक पर काम करने का ज्यादा मौका मिलेगा और उसे समय रहते तैयार कर लिया जाएगा।