Good News: प्रयागराज शहर में बेहतर होगी सफाई व्यवस्था, कूड़े का नहीं दिखेगा ढेर, नगर निगम की है योजना
Good News कूड़ा ट्रांसफर स्टेशनों के निर्माण की योजना 2026 की अनुमानित जनसंख्या के हिसाब से बनी है। इन कूड़ा ट्रांसफर स्टेशनों के निर्माण होने से कचरा वहां से सीधे कांपैक्टर से बसवार स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट भेज दिया जाएगा। इससे शहर में जगह-जगह कूड़े का ढेर नहीं दिखाई देगा।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। प्रयागराज में स्मार्ट सिटी मिशन के मानकों के मुताबिक शहर की सफाई व्यवस्था को अपग्रेड (उच्च श्रेणी) करने की तैयारी है। इस मकसद से नगर निगम 11 कूड़ा ट्रांसफर (पोर्ट) स्टेशनों के निर्माण के लिए एजेंसी का चयन करेगा। इसके लिए पिछले दिनों टेंडर निकाला गया था। टेंडर खुलने पर कुल पांच एजेंसियां शामिल हुई हैं। इन एजेंसियों की तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन टेंडर कमेटी कर रही है। इस महीने के अंत तक एजेंसी का चयन होने की संभावना है। एजेंसी से करार होने के बाद कूड़ा ट्रांसफर स्टेशनों का निर्माण शुरू हो जाएगा।
इन आंकड़ों पर डालें नजर
-04 पोर्ट स्टेशनों का निर्माण छावनी परिषद क्षेत्र में।
-07 स्टेशनों का निर्माण निगम सीमा क्षेत्र में।
-129 करोड़ रुपये निर्माण की लागत अनुमानित।
-14 कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन पहले से।
-25 कूड़ा ट्रांसफर स्टेशन हो जाएंगे शहर में।
2026 की अनुमानित जनसंख्या के हिसाब से बनी है योजना
कूड़ा ट्रांसफर स्टेशनों के निर्माण की योजना 2026 की अनुमानित जनसंख्या के हिसाब से बनी है। इन कूड़ा ट्रांसफर स्टेशनों के निर्माण होने से कचरा वहां से सीधे कांपैक्टर से बसवार स्थित कूड़ा निस्तारण प्लांट भेज दिया जाएगा। इससे शहर में जगह-जगह कूड़े का ढेर नहीं दिखाई देगा।
इन स्थानों पर बनेंगे स्टेशन
सलोरी में चैथम लाइन, कीडगंज, थार्नहिल रोड पर इंडियन प्रेस चौराहा, कैंट, धूमनगंज, झूंसी में उत्तर प्रदेश राज्य सड़क परिवहन निगम बस स्टैंड के समीप और सेक्टर एक में, अटाला में स्लाटर हाउस के समीप, फाफामऊ में कैटिल कालोनी के समीप, काङ्क्षलदीपुरम में नंदगांव कालोनी।
आइट्रिपलसी से होगी निगरानी
कूड़ा ट्रांसफर स्टेशनों में सीसीटीवी कैमरे भी लगेंगे। इन कैमरों की कनेक्टिविटी इंटिग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर (आइट्रिपलसी) से की जाएगी, ताकि ट्रांसफर स्टेशनों की आनलाइन निगरानी हो सके।
आइए जानें क्या कहते हैं नगर आयुक्त
नगर आयुक्त रवि रंजन ने कहा कि एजेंसियों का तकनीकी और वित्तीय मूल्यांकन हो रहा है। इस महीने के अंत तक एजेंसी का चयन हो जाएगा। उसके बाद पोर्ट स्टेशनों का निर्माण शुरू हो जाएगा।