Good News for Farming: किसानों को अच्छी खेती को सुझाव व गुर सिखाएंगे बिहार, एमपी के कृषि प्राविधिक सहायक
Good News for Farming कृषि प्राविधिक सहायकों को तहसील व ब्लाक स्तर पर कृषि रक्षा इकाई व उप संभागीय कार्यालयों में तैनाती दी जा रही है। लगभग 21 विशेषज्ञों ने अपना पद भी ग्रहण कर लिया है। इनके जरिए किसानों के साथ समन्वय बढ़ाने में आसानी होगी।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। किसानों के लिए अच्छी खबर है। किसानों को कृषि से संबंधित तकनीकी शिक्षा व फसलों से संबंधित सुझाव अब आसानी से मिल सकेंगे। जिले में 40 नए प्राविधिक सहायकों को नियुक्ति मिली है। इसमें तीन बिहार व छह मध्य प्रदेश के रहने वाले हैं। जबकि अन्य 31 चयनित सूबे के अलग अलग जिलों के हैं। इसमें एक प्रयागराज के रहने वाले हैं। चयन के बाद इन सभी को पहली तैनाती दी जा ही है।
खेती के 40 विशेषज्ञ कृषि प्राविधिक सहायकों की नियुक्ति
यह सभी 40 कृषि प्राविधिक सहायक खेती के विभिन्न विषयों के विशेषज्ञ हैं। जिसमें पादप एग्रीकल्चर, पादप रोग, उद्यान, एंटमोलाजी, मृदा विज्ञान, कीट विज्ञान, अनुवांशिकी, एग्रीकल्चर इंजीनियरिंग, गृहविज्ञान, पादप प्रजनन, एग्रोनामी, प्रसार के विशेषज्ञ शामिल हैं। इन सभी को तहसील व ब्लाक स्तर पर कृषि रक्षा इकाई व उप संभागीय कार्यालयों में तैनाती दी जा रही है। लगभग 21 विशेषज्ञों ने अपना पद भी ग्रहण कर लिया है। इनके जरिए किसानों के साथ समन्वय बढ़ाने में आसानी होगी।
इन्हें मिली प्रयागराज में तैनाती
तैनाती पाने वालों में अशोक मौर्य, अनुपमा यादव, संजय सिंह, दिनकर मौर्य, श्रीकांत मौर्य, सविता कुमारी, रवि प्रकाश शुक्ल, तिलक बाबू, नवनीति सिंह, धर्मेंद्र कुमार, भरत लाल मौर्य, अंकत सिंह, पूजा वमार्ग, अनुराम कुमार सिंह, आदित्य शेखर, कमल सिंह पटेल, संभ्रांत कुमार, सूरज पाल, राहुल बागरी, चंद्रशेखर यादव, अनूप कुमार, कामता प्रसाद, अपर्णा सिंह, सुखदा शर्मा, शुभम कुमार सिंह, रिकेश राज, संतोष कुमार तिवारी, राघवेंद्र पटेल, बेचन सिंह, सुनील कुमार विश्वकर्मा, सुभम तिवारी, प्रदीप कुमार मौर्य, धीरज यादव, इंदिरावती, संजय कुमार यादव, दिलीप कुमार पटेल, नीतू कुमारी व कृष्ण प्रकाश शुक्ल हैं।
तहसील मुख्यालय पर होगा किसान बीमा हेल्प डेस्क
किसी भी प्राकृतिक आपदा के कारण फसल में बर्बादी होने पर बीमा के लिए किसानों को भाग दौड़ करने की जरूरत नहीं होगी। अब उन्हें उनके तहसील मुख्यालय पर ही मदद मिलेगी। कृषि विभाग प्रत्येक तहसील पर एक बीमा हेल्प डेस्क स्थापित कर रहा है। यहीं पर किसानों की बीमा से संबंधित सभी तरह की समस्याओं का हल करना है। इसके लिए एक टोल फ्री नंबर भी जारी किया गया है। विभाग की ओर से सभी हेल्प डेस्क का मोबाइल नंबर और ईमेल भी जारी किया गया है। इस पर किसान अपनी शिकायत आनलाइन तरीके से भी कर सकेंगे।
पोर्टल के जरिए बीमा का कार्य जारी रहेगा : उप निदेशक कृषि
उप निदेशक कृषि विनोद कुमार ने बताया कि पोर्टल के जरिए बीमा का कार्य चलता रहेगा। प्रत्येक तहसील पर अतिरिक्त सुविधा और सेवा के लिए हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है। इससे किसानों को तेजी से बीमा का लाभ मिल सकेगा। जिले के करछना, कोरांव, फूलपुर, बारा, मेजा, सदर, सोरांव और हंडिया तहसील मुख्यालय पर किसान हेल्प डेस्क स्थापित की जा रही है।