कैदियों का भोजन पकाने को जेल में लगेगा गोबर गैस प्लांट

केंद्रीय कारागार नैनी में जल्द ही गोबर गैस प्लांट लगाया जाएगा। इससे जेल में बंद चार हजार बंदियों का भोजन बनाया जाएगा। इसमें 14.81 लाख का खर्च आएगा।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 10 Sep 2018 06:28 AM (IST) Updated:Mon, 10 Sep 2018 06:28 AM (IST)
कैदियों का भोजन पकाने को जेल में लगेगा गोबर गैस प्लांट
कैदियों का भोजन पकाने को जेल में लगेगा गोबर गैस प्लांट

इलाहाबाद : केंद्रीय कारागार नैनी में जल्द ही गोबर गैस प्लांट लगाया जाएगा। इससे जेल में बंद चार हजार कैदियों का भोजन पकाया जाएगा। प्लांट के लिए जेल प्रशासन की ओर से शासन को 14.81 लाख का प्रस्ताव भेज दिया गया है।

नैनी सेंट्रल जेल में लगभग चार हजार से अधिक बंदी हैं। इनके खातिर भोजन के लिए जेल में पांच भंडारे चलते हैं। भोजन पकाने के लिए प्रति माह जेल में 1000 गैस सिलिंडर की आवश्यकता पड़ती है। ऐसे में जेल प्रशासन पर हर माह आठ लाख रुपये ईधन के लिए खर्च करना पड़ता है। इस खर्च से बचने के लिए जेल प्रशासन ने जेल में गोबर गैस प्लांट लगवाने की योजना बनाई है। इसमें 14.81 लाख का खर्च आएगा। इसके लिए शासन को प्रस्ताव भेज दिया गया है। शासन की ओर से मंजूरी मिलते ही गोबर गैस प्लांट लग जाएगा।

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प्लांट लगने से रोशनी की हो जाएगी बेहतर व्यवस्था

गोबर गैस प्लाट से निकले ईधन का उपयोग कैदियों के लिए भोजन बनाने के साथ ही प्रकाश व्यवस्था में भी किया जाएगा। जेल प्रशासन के मुताबिक जेल में स्थित गोशाला में कुल 200 पशु हैं। इनसे पर्याप्त गोबर मिलता है। फिलहाल गोबर का उपयोग जेल के भीतर सब्जियों की खेती में खाद के तौर पर किया जाता है।

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आठ लाख प्रतिमाह होगी बचत

वर्तमान में बंदियों के खाना बनाने में उपयोग हो रहे ईधन का खर्च प्रतिमाह आठ लाख रुपये जेल प्रशासन को अदा करना पड़ता है। गैस प्लांट लगने से इस खर्च से जेल प्रशासन को मुक्ति मिल जाएगी। इन पैसे की बचत से जेल प्रशासन बंदियों की सुविधाओं के लिए नई पहल भी कर सकता है।

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वर्जन

जेल में गोबर गैस प्लांट के लिए 14.81 लाख रुपये प्रस्ताव शासन को भेज दिया गया है। इसकी मंजूरी की प्रतीक्षा है। मंजूरी मिलने के बाद आगे का कार्य होगा।

वीआर वर्मा, डीआईजी जेल

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