प्रयागराज नगर निगम की लापरवाही, पूजापंडालों के समीप फैला कचरा कर रहा भक्तों का मन खराब

आलम यह है कि नवरात्र पर भी कई मंदिरों और दुर्गा पंडालों के समीप न तो झाड़ू लग रही न ही कूड़ा उठ रहा है। मंदिरों और दुर्गा पंडालों के रास्तों में गंदगी एवं मलबे का ढेर लगे होने से श्रद्धालुओं को आने-जाने में असुविधा होती है।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Mon, 11 Oct 2021 08:42 PM (IST) Updated:Tue, 12 Oct 2021 10:30 AM (IST)
प्रयागराज नगर निगम की लापरवाही, पूजापंडालों के समीप फैला कचरा कर रहा भक्तों का मन खराब
श्रद्धालुओं को आने-जाने में होती असुविधा, नगर निगम उदासीन

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। नगर निगम प्रशासन द्वारा सबसे ज्यादा धनराशि शहर की सफाई व्यवस्था पर खर्च की जाती है लेकिन, सफाई व्यवस्था का आलम यह है कि नवरात्र पर भी कई मंदिरों और दुर्गा पंडालों के समीप न तो झाड़ू लग रही, न ही कूड़ा उठ रहा है। मंदिरों और दुर्गा पंडालों के रास्तों में गंदगी एवं मलबे का ढेर लगे होने से श्रद्धालुओं को आने-जाने में असुविधा होती है। आलम यह है कि पैदल चलना भी मुश्किल रहता है। मंदिर के लिए घर से निकले लोगों को खासी असुविधा झेलनी पड़ रही है। रोज सुबह या शाम को घर से देवी दर्शन के लिए भक्ति भाव से निकले लोगों को पंडाल और मंदिर के रास्ते में मिलने वाली गंदगी बेहद अखर रही है।

मलबे के ढेर से मंदिर जाने में दिक्कत

नवरात्र में मंदिरों एवं दुर्गा पंडालों की सफाई व्यवस्था को चाक-चौबंद रखने, कीटनाशक दवाओं का छिड़काव और फागिंग कराने का निर्देश नगर निगम सदन की बैठक में अफसरों को दिए गए थे। लेकिन, निर्देश का अनुपालन शहर के कई क्षेत्राें में होते दिखाई नहीं दे रहा है। नारायण सिंह नगर बादशाही मंडी में मां सिद्धेश्वरी काली मंदिर जाने वाले मार्ग पर जगह-जगह मलबे का ढेर लगा है। इसकी वजह से मार्ग बहुत सकरा हो गया है।

दुर्गा पूजा पार्क में कचरे का लगा है ढेर

श्रद्धालुओं का पैदल चलना भी दूभर है। थोड़ी सी असावधानी होने पर श्रद्धालु गिर भी सकते हैं। दरभंगा कालोनी दुर्गा पूजा पंडाल के पास भी गंदगी का ढेर लगा है। इससे श्रद्धालुओं को आवागमन में परेशानी होती है, गंदगी से उठने वाली बदबू उन्हें परेशान कर देती है। कर्नलगंज पार्क और काली बाड़ी के समीप भी गंदगी फैली हुई है। खास यह कि दुर्गा पूजा पार्क के अंदर कूड़े का ढेर लगा है। नगर निगम प्रशासन की इस उदासीनता के प्रति श्रद्धालुओं और स्थानीय नागरिकों में आक्रोश भी है।

chat bot
आपका साथी