ये हैं प्रयागराज के गंगा प्रहरी, इन्‍होंने 100 से ज्यादा कछुओं और दो डाल्फिन को बचाया है

प्रयागराज में गंगा प्रहरी गंगा टास्क फोर्स के साथ मिलकर पंचीरा पक्षी को बचाने की मुहिम में लगे हैं। स्वच्छ गंगा मिशन के तहत नदी में जलीय जीवों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए गंगा प्रहरियों की तैनाती की गई है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Sat, 24 Oct 2020 07:26 AM (IST) Updated:Sat, 24 Oct 2020 07:26 AM (IST)
ये हैं प्रयागराज के गंगा प्रहरी, इन्‍होंने 100 से ज्यादा कछुओं और दो डाल्फिन को बचाया है
प्रयागराज में जलीय जीव और पंचीरा पक्षी को बचाने में गंगा प्रहरी जुटे हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। इन दिनों प्रयागराज में जलीय जीव और पंचीरा पक्षी को बचाने की कवायद हो रही है। संगम क्षेत्र में गांगेय डॉल्फिन जलज सफारी की शुरुआत पिछले महीने हुई है। इसके तहत पांच नावों पर गंगा प्रहरियों ने संगम के आसपास के क्षेत्रों में भ्रमण करके जलीय जीवों को मछुआरों और तस्करों से बचाने का काम शुरू किया है। अब तक इनके द्वारा 100 से ज्यादा मछुआरों और दो डॉल्फिन को बचाया जा चुका है।

पंचीरा पक्षी को बचाने में भी अहम भूमिका

गंगा प्रहरी गंगा टास्क फोर्स के साथ मिलकर पंचीरा पक्षी को बचाने में भी अहम भूमिका निभा रहे हैं।

जल संसाधन, नदी विकास और गंगा संरक्षण मंत्रालय की पहल पर स्वच्छ गंगा मिशन के तहत नदी में जलीय जीवों के सामने आने वाली चुनौतियों से निपटने के लिए गंगा प्रहरियों की तैनाती की गई है। इसी क्रम में प्रयागराज जिले में 115 से ज्यादा प्रशिक्षित गंगा प्रहरी शहर और 10 गांवों में तैनात किए गए हैं।

जलीय जीवों के बचाव और जैव विविधता संरक्षण के लिए काम कर रहे

इन गंगा प्रहरियों को भारतीय वन्य जीव संस्थान के विशेषज्ञों द्वारा विशेष प्रशिक्षण दिया गया है। यह गंगा प्रहरी जलीय जीवों के बचाव और जैव विविधता संरक्षण के लिए काम कर रहे हैं। इनके इस काम में वन विभाग भी मदद कर रहा है। इनके द्वारा अब तक 100 से ज्यादा कछुओं को जाल एवं तस्करों से बचा कर उन्हें पुनर्वास किया गया है। दो डॉल्फिन को भी मछुआरों के जाल से बचाकर जीवित अवस्था में गंगा में छोड़ा गया है। बता दें कि जलीय जीवों की सुरक्षा और जैव विविधता के संरक्षण के लिए ही संगम क्षेत्र में गांगेय डॉल्फिन जलज सफारी की शुरुआत की गई है।

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