Mass Murder in Prayagraj : हत्याकांड वाली रात बर्थ डे पार्टी में प्रिंस के दोस्तों ने की थी फायरिंग
अभी यह साफ नहीं हो सका है कि प्रिंस ने फायरिंग की थी या नहीं। झगड़ा किस बात को लेकर हुआ था इस बारे में दोस्त अलग-अलग बयान दे रहे हैं।
प्रयागराज,जेएनएन। होलागढ़ के बरई हरखपुर गांव में सामूहिक हत्याकांड वाली रात प्रिंस पांडेय सेरांवा गांव में अपने दोस्त उत्तम के घर उसकी जन्मदिन की पार्टी में गया था। जश्न के दौरान ही उसके दोस्तों ने फायरिंग की, उनके बीच झगड़ा हुआ था। इसके बाद रात करीब 12 बजे प्रिंस अपने घर लौटा। अगले दिन सुबह उसकी और उसके पिता विमलेश, बहन श्रेया व शीबू की रक्तरंजित लाश मिली थी। मां ऊषा भी मरणासन्न हालत में मिली थी।
प्रिंस के दोस्तों को उठाकर पुलिस ने की पूछताछ
पुलिस ने उत्तम समेत कई साथियों को उठाकर पूछताछ की तो यह जानकारी मिली। हालांकि अभी यह साफ नहीं हो सका है कि प्रिंस ने फायरिंग की थी या नहीं। झगड़ा किस बात को लेकर हुआ था, इस बारे में दोस्त अलग-अलग बयान दे रहे हैं। जिस लाइसेंसी असलहे से गोली चलाई गई थी वह फौजी दोस्त की है। पुलिस अब सामूहिक हत्याकांड में दोस्तों की भूमिका की भी पड़ताल कर रही है। वहीं, फरार चल रहा होमगार्ड सुरेंद्र यादव इस हत्याकांड में प्राइम सस्पेक्ट हो गया है। उसकी लोकेशन दूसरे शहर में मिली है, जिसके बाद उसे पकडऩे के लिए टीम को भेजा गया है।
होमगार्ड की सरगर्मी से तलाश
अधिकारियों का कहना है कि होमगार्ड पुलिस की कार्यशैली से परिचित है। अगर उसकी हत्याकांड में भूमिका नहीं है तो वह भाग क्यों रहा है। ऐसे में शक जताया जा रहा है कि हत्याकांड में होमगार्ड संलिप्त है अथवा वह हत्यारोपितों के बारे में जानता है। दूसरी ओर गंभीर रूप से घायल ऊषा भी कुछ बोल पाने की स्थिति में नहीं है।
एएसपी केवी अशोक यह बात सही है कि घटना से पहले प्रिंस अपने दोस्त के जन्मदिन पार्टी में गया था। वहां फायरिंग के बाद उनके बीच झगड़ा भी हुआ था। दोस्तों से पूछताछ के साथ ही फरार होमगार्ड की भी तलाश चल रही है।
घटनास्थल पर मौजूद नहीं थे दोस्त
प्रिंस समेत चार लोगों के कत्ल के बावजूद उसका कोई साथी मौके पर नहीं पहुंचा था। पुलिस का कहना है कि गहरी दोस्ती होने बाद भी किसी का उसके घर न जाना भी संदेह पैदा कर रहा है। पुलिस सभी दोस्तों से पूछताछ के साथ ही उनके मोबाइल की कॉल डिटेल भी निकलवा रही है।
अशरफ की घेरेबंदी के समय मौजूद था
जिस रात घटना हुई थी, उसी रात एक लाख के इनामी पूर्व विधायक अशरफ की गिरफ्तारी के लिए पुलिस घेरेबंदी कर रही थी। तब होमगार्ड सुरेंद्र खुल्दाबाद थाने के दारोगा बलवंत के साथ गिरफ्तारी में लगा था। उसके मोबाइल की कॉल डिटेल रिपोर्ट भी यही कह रही है। हालांकि घटना के बाद उसने एक दूसरे नंबर से अपने कुछ दोस्तों से बात की थी। इसके बाद ही वह ड्यूटी छोड़कर भाग निकला है। मृतक विमलेश के मोबाइल से भी उसके बेटे ने बात की थी। ऐसे कई तथ्य हैं, जो होमगार्ड को संदेह के घेरे में रख रहे हैं।