Fraud in UP Police Recruitment: 160.5 सेमी लंबा युवक रिकार्ड में 165 सेमी का, मृतक आश्रित कोटे से बना सिपाही
Forgery in UP Police Recruitment कौशांबी जिले के लल्लू राम जीआरपी में अनुचर थे। रिटायर होने से पहले उनका निधन हो गया था। उनके बेटे राकेश ने मृतक आश्रित कोटे से नौकरी के लिए आवेदन किया। यूपी पुलिस ने सिपाही बनने के लिए जितनी लंबाई होनी चाहिए उसकी नहीं थी।
प्रयागराज, [राजेंद्र यादव]। उत्तर प्रदेश पुलिस में भर्ती कराने के लिए विभागीय अधिकारी और कर्मचारी किस स्तर पर रिकार्ड में खेल करते हैं। उसका एक नमूना सामने आया है। यहां पर मृतक आश्रित कोटे से पुलिस में अनुचर की नौकरी पाने वाले को सिपाही बना दिया गया। उसकी लंबाई 160.5 सेंटीमीटर थी तो रिकार्ड में 165 सेंटीमीटर कर दिया गया। वह पुलिस लाइन में पांच महीने से ट्रेनिंग ले रहा था और अब पकड़ा गया। अब उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज करके हिरासत में ले लिया गया है।
सिपाही बनाने के लिए रिकार्ड में भर्ती लिपिक ने की हेराफेरी
कौशांबी जिले के थाना व गांव कोखराज निवासी लल्लू राम जीआरपी में अनुचर थे। रिटायर होने से पहले उनका निधन हो गया था। इसलिए उनके बेटे राकेश कुमार ने मृतक आश्रित कोटे से नौकरी के लिए आवेदन किया। यूपी पुलिस ने सिपाही बनने के लिए जितनी लंबाई होनी चाहिए, उसकी नहीं थी। इसलिए उसे अनुचर की नौकरी मिलनी थी। हालांकि उसे सिपाही बनाने के लिए रिकार्ड में भर्ती लिपिक विजय कुमार केसरी ने हेराफेरी की।
रिक्रूटों की नाप, रिकार्ड चेक करने पर मिली गड़बड़ी
रिकार्ड में उसकी लंबाई 165 सेमी लिखकर सिपाही में भर्ती करवा दिया। भर्ती के दौरान नाप में पास करवा दिया गया। भर्ती होकर वह पुलिस लाइन में पांच महीने से ट्रेनिंग ले रहा था। बेसिक ट्रेनिंग के बाद उसे पीएसी में ट्रेनिंग के लिए भेजना था। वहां भेजने से सभी रिक्रूटों की 25 जून को नाप हुई और रिकार्ड चेक किए गए।
रिक्रूट पुलिस हिरासत में, जालसाजी करने वाले दो पर केस
इसी दौरान पुलिस लाइन में प्रशिक्षण प्रभारी श्रवण कुमार पांडेय ने गड़बड़ी पकड़ ली। राकेश कुमार की नाप हुई तो लंबाई 160.5 सेमी पाई गई, जबकि रिकार्ड में 165 लिखी थी। उसके रिकार्ड में कई जगह कटिंग है। गड़बड़ी पकड़े जाने पर राकेश कुमार को हिरासत में ले लिया गया और कर्नलगंज थाने में तत्कालीन भर्ती लिपिक विजय कुमार केसरी व राकेश कुमार के खिलाफ जालसाजी समेत कई धाराओं में मुकदमा दर्ज किया गया। इस मामले की जांच चल रही है। इसमें कई और अधिकारी कर्मचारी फंस सकते हैं। ट्रेनिंग के दौरान वह पांच महीने का वेतन भी ले चुका है।
राकेश की लंबाई पांच सेमी कम व पत्रावली में गड़बड़ी मिली : आरटीएसी प्रशिक्षण प्रभारी
आरटीएसी प्रशिक्षण प्रभारी श्रवण कुमार पांडेय कहते हैं कि चतुर्थ वाहिनी पीएसी में प्रशिक्षण में जाने से पहले रिक्रूट आरक्षियों की नाप होती है। तभी राकेश कुमार की लंबाई करीब पांच सेमी कम पाई गई। पत्रावली में भी कई जगह गड़बड़ी मिली मिली थी। उसके खिलाफ और लिपिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है।