बैंक में गबन मामले में पूर्व एसडीओ जेल में और पत्नी को भी प्रयागराज पुलिस ने किया गिरफ्तार

गबन के मामले में पूर्व सेवा प्रदाता अधिकारी यानि एसडीओ की पत्नी मानसी पांडेय को शुक्रवार को सिविल लाइंस पुलिस ने गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि पति द्वारा किए गए गबन की जानकारी उसे थी। गबन के रुपये से उसने फ्लैट और आभूषण खरीदना स्वीकार किया है

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sat, 31 Jul 2021 06:40 AM (IST) Updated:Sat, 31 Jul 2021 06:40 AM (IST)
बैंक में गबन मामले में पूर्व एसडीओ जेल में और पत्नी को भी प्रयागराज पुलिस ने किया गिरफ्तार
एसडीओ की पत्नी मानसी पांडेय को शुक्रवार को सिविल लाइंस पुलिस ने गिरफ्तार किया।

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। सिविल लाइंस स्थित कोटक महिंद्रा बैंक में हुए नौ करोड़ 46 लाख रुपये से अधिक के गबन के मामले में पूर्व सेवा प्रदाता अधिकारी यानि एसडीओ की पत्नी मानसी पांडेय को शुक्रवार को सिविल लाइंस पुलिस ने गिरफ्तार किया। पूछताछ में उसने बताया कि पति द्वारा किए गए गबन की जानकारी उसे थी। गबन के रुपये से उसने फ्लैट और आभूषण खरीदना स्वीकार किया है। इसके अलावा पुलिस को कुछ और अहम जानकारियां मिली हैं, जिसकी जांच की जा रही है।

नौ करोड़ 46 लाख रुपये हड़प लिए अंशुमान ने

कोटक महिंद्रा बैंक सिविल लाइंस में अंशुमान दुबे पांच साल से पूर्व सेवा प्रदाता अधिकारी पद पर कार्यरत थे। बैंक का करेंसी चेस्ट यहां न होने के चलते रुपये को बैंक आफ बड़ौदा की खुल्दाबाद शाखा में जमा किया जाता था। रुपये जमा कराने की जिम्मदारी अंशुमान दुबे को ही सौंपी गई थी। पिछले वर्ष पांच अप्रैल को बैंक के ब्रांच मैनेजर अमित मालवीय ने सिविल लाइंस थाने में तहरीर देकर अंशुमान दुबे के खिलाफ नौ करोड़ 46 लाख 27 हजार 500 रुपये के गबन का मामला दर्ज कराया था। आरोप था कि अंशुमान बैंक में पूरी रकम जमा न कर वह निजी कार्यों में लगाता था। रुपये ब्याज पर दूसरों को भी देता था। जांच में पता चला कि करीब डेढ़ साल में उसने इतने रुपये का गबन किया था।

पति द्वारा गबन की थी मानसी को जानकारी

पुलिस ने जांच का दायरा आगे बढ़ाया तो 12 नाम प्रकाश में आए। इसके बाद अंशुमान दुबे, उसके मकान मालिक कमलराज सचदेवा, बैंक मैनेजर मातांबर पांडेय, पिंकू तिवारी, प्रवीण कुमार दुबे, अजय शर्मा को पिछले वर्ष ही तीन जुलाई को गिरफ्तार कर लिया था। आरोपितों से एक करोड़ दो लाख रुपये, 70 लाख के जेवरात और करीब 25 लाख की लग्जरी कार भी बरामद की गई थी। हालांकि, अंशुमान दुबे की पत्नी मानसी पांडेय पुलिस के हाथ नहीं लगी थी। शुक्रवार को इंस्पेक्टर रवींद्र प्रताप सिंह ने सिविल लाइंस क्षेत्र से उसे भी गिरफ्तार कर लिया। उससे पूछताछ की गई तो उसने बताया कि पति द्वारा गबन किए जाने की उसे पूरी जानकारी है। उसने उन रुपये से फ्लैट और आभूषण खरीदे थे। उसने बताया कि वह बस्ती जनपद के कोतवाली थानांतर्गत रंजीत कालोनी की रहने वाली है लेकिन, यहां मीरपुर अतरसुइया के रहने वाले कमलराज सचदेवा के यहां पति के साथ रहती थी। इंस्पेक्टर का कहना है कि मानसी का पंजाब नेशनल बैंक, एचडीएफसी, एसबीआइ और कोटक महिंद्रा बैंक में खाते हैं। इन खातों की डिटेल निकाली गई तो कोटक महिंद्रा बैंक में एक करोड़ 27 लाख 53 हजार जमा कराए गए थे, इसमें से एक करोड़ 25 लाख 17 हजार रुपये निकले गए। इसी प्रकार छह जून 2019 से सात जनवरी 2020 तक एचडीएफसी बैंक में 46 लाख 13 हजार रुपये जमा किए गए, लेकिन इन रुपये को निकाल लिया गया।

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