आधुनिक तकनीक का सहारा लेकर वन विभाग खोजेगा तेंदुआ
तेंदुए के लगातार हमला ग्रामीणों पर होता देख वन विभाग उनकी खोज की रणनीति बनाई है। इसके लिए आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जाएगा।
प्रयागराज : प्रतापगढ़ जिले के कई क्षेत्रों में बार-बार तेंदुए के हमले को लेकर वन विभाग ने रणनीति बनाई है। तेंदुओं की खोजबीन के लिए अब आधुनिक तकनीक का सहारा लिया जाएगा। वन विभाग की ओर से अभी हालांकि इसमें किसी वन्य जीव विशेषज्ञ का सहयोग तो नहीं लिया जा रहा है। वहीं तैयारी यह है कि मादा तेंदुए को पकडऩे के बाद उसमें चिप सेट कर दी जाएगी। इसके बाद उसे पुन: जंगल में छोड़ दिया जाएगा। जब वह दूसरे तेंदुए और अपने परिवार के बीच जाएगी तो बाकी सदस्यों का भी लोकेशन मिल जाएगा। इसके बाद लखनऊ चिडिय़ाघर की टीम की मदद से एक साथ कई तेंदुए पकड़े जा सकेंगे।
डीएफओ ने कहा चिप का पहली बार होगा इस्तेमाल
डीएफओ डीआर अहिरवार ने बताया कि प्रतापगढ़ में चिप का इस्तेमाल करने का यह पहला मौका होगा। इसके लिए तकनीकी जानकारों से बात की जा रही है। देवीदास का पुरवा और कुसफरा के जंगल में ङ्क्षपजरा लगाने की तैयारी है। हालांकि अभी तेंदुए की मौजूदगी की पुष्टि नहीं हुई है लेकिन आसपास के लोगों की बार-बार शिकायत को मद्देनजर रखते हुए वन विभाग ने अपनी तैयारी कर ली है। तेंदुए की खोज के प्रयास में यह एक कदम साबित हो सकता है।
आरोपितों की खोज के लिए पुलिस की दबिश
उधर तेंदुए को मार डालने के मामले में दर्ज रिपोर्ट की जांच शुरू हो गई है। पुलिस की मदद से दूसरे आरोपितों की खोजबीन के लिए जगह-जगह दबिश दी जा रही है, अभी केवल एक आरोपित ही पकड़ा गया है।