आरोपितों ने इतना किया परेशान कि डिप्रेशन में आ गई महिला रेलकर्मी, जानें-क्या है मामला Prayagraj News
युवती के पिता मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय उत्तर मध्य रेलवे कार्मिक शाखा में तैनात थे। उनकी मृत्यु के बाद युवती को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली। उसने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि उसके साथ काम करने वाला एक सहकर्मी उसका मानसिक उत्पीड़न कर रहा है।
प्रयागराज, जेएनएन। मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय उत्तर मध्य रेलवे कार्मिक शाखा में तैनात एक महिला रेलकर्मी को उसके सहकर्मी ने अपने दो परिचितों के साथ इस कदर परेशान किया कि महिला रेलकर्मी डिप्रेशन में आ गई है। वह भयभीत है। उसकी मां बेटी की हालत देखकर चिंतित है। घर में किसी पुरुष के न होने से दोनों असहाय थीं। लेकिन इसी दौरान रेलकर्मी ने हिम्मत दिखाई और सहकर्मी समेत तीन के खिलाफ सिविल लाइंस थाने में तहरीर देकर मुकदमा दर्ज करा दिया। रिपोर्ट भी कई धाराओं में दर्ज की गई। अब पुलिस पूरे मामले की जांच करते हुए आरोपितों की तलाश कर रही है।
उच्चाधिकारियों तक से कर दी थी फर्जी शिकायत
महिला रेलकर्मी को किस कदर परेशान किया जा रहा था, उसका अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि उसके खिलाफ उच्चाधिकारियों से लिखित तौर पर शिकायत की गई। इसमें कार्यालय में कार्य करने वाले एक कर्मी का नाम लिखा गया। मामले की जांच शुरू हुई। शिकायतकर्ता से जब बयान लिया गया तो उसने बताया कि उसने ऐसी कोई शिकायत महिला रेलकर्मी के खिलाफ नहीं की है। इसके बाद पता चला कि शिकायत फर्जी थी।
महिला रेलकर्मी ने लगाया था आरोप
मुट्ठीगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली युवती के पिता मंडल रेल प्रबंधक कार्यालय उत्तर मध्य रेलवे कार्मिक शाखा में तैनात थे। उनकी मृत्यु के बाद युवती को मृतक आश्रित कोटे से नौकरी मिली है। उसने पुलिस को दी गई तहरीर में कहा है कि उसके साथ काम करने वाला एक सहकर्मी उसका मानसिक उत्पीड़न कर रहा है। गंदी नीयत से छूने के साथ ही अश्लील शब्दों का प्रयोग करता है। कार्यालय आते-जाते समय पीछा कर उसे रोकता है। उस पर दबाव बनाने के लिए उसने अपने दो परिचिताें के सहयोग से उस पर पांच लाख रुपये उधार लेने की साजिश रच डाली। बकायदे फर्जी कागजात तैयार कर उसके फर्जी हस्ताक्षर बनाए गए थे।