मइया से क्षमा याचना के साथ व्रत का किया पारण

सुख-समृद्धि वैभव धन व संतान की प्राप्ति की संकल्पना को साकार करने के लिए नौ दिनों तक मां भगवती की आराधना-उपासना करने वाले भक्तों का संकल्प पूरा हो गया। रविवार को दिन में 11.15 बजे से पहले मां भगवती के भूल-चूक की क्षमायाचना करते हुए व्रत का पारण किया।

By JagranEdited By: Publish:Mon, 26 Oct 2020 07:35 PM (IST) Updated:Mon, 26 Oct 2020 07:35 PM (IST)
मइया से क्षमा याचना के साथ व्रत का किया पारण
मइया से क्षमा याचना के साथ व्रत का किया पारण

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : सुख-समृद्धि, वैभव, धन व संतान की प्राप्ति की संकल्पना को साकार करने के लिए नौ दिनों तक मां भगवती की आराधना-उपासना करने वाले भक्तों का संकल्प पूरा हो गया। रविवार को दिन में 11.15 बजे से पहले मां भगवती के भूल-चूक की क्षमायाचना करते हुए व्रत का पारण किया। व्रती लोगों ने मां भगवती के नौ स्वरूपों की प्रतीक कन्याओं का पूजन किया। पांव पखारकर उनका विधि-विधान से पूजन करके फल, मिष्ठान व पकवान ग्रहण कराकर आशीर्वाद लिया। साथ ही विधि-विधान से मइया की पूजा करके हवन किया। पूजा स्थल पर स्थापित कलश के नीचे रोपे गए जौ के पौधे को रक्षासूत्र में बांधकर तिजोरी, पर्स व अन्य पवित्र जगह पर रखा। मान्यता है कि जौ के पौधे को रखने से समृद्धि में वृद्धि होती है। वहीं, सोमवार को यमुना, गंगा व संगम के पवित्र जल में अपनी सुविधा के अनुसार पूजन सामग्री को विसर्जित किया।

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