डेढ़ महीने में 10 से 20 रुपये क्विंटल तक बढ़ा भाड़ा, दाल की कीमतें बढऩे की यह भी है एक वजह
मुट्ठीगंज मंडी में अरहर की दाल रायपुर नागपुर और महाराष्ट्र चना और मटर की दाल कटनी के अलावा चना की दाल भाटापारा से आती है। सीतापुर और अयोध्या से चीनी आती है। मैदा सूजी और आटा फतेहपुर से आता है।
प्रयागराज, जेएनएन। डीजल की कीमत बढऩे की वजह से ट्रांसपोर्टरों ने माल भाड़े में भी बढ़ोतरी कर दी है। मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, महाराष्ट्र से आने वाली गाडिय़ों में 10 से 20 रुपये प्रति क्विंटल माल भाड़े में वृद्धि की गई है। दाल की कीमतें बढऩे की एक वजह माल भाड़े में वृद्धि भी है। माल भाड़े में बढोत्तरी का खामियाजा कोरोना संकट में महंगाई के रूप में लोगों को भुगतना पड़ रहा है।
बंदी के चलते मालवाहक गाडिय़ों का आवागमन भी कम हुआ
मुट्ठीगंज मंडी में अरहर की दाल रायपुर, नागपुर और महाराष्ट्र, चना और मटर की दाल कटनी के अलावा चना की दाल भाटापारा से आती है। सीतापुर और अयोध्या से चीनी आती है। मैदा, सूजी और आटा फतेहपुर से आता है। फतेहपुर, सीतापुर और अयोध्या से आने वाले माल के भाड़े में वृद्धि नहीं की गई। लेकिन, दूसरे प्रांतों से आने वाले माल के भाड़े में बढ़ोतरी कर दी गई है। बुधवार को सरसों के तेल का रेट और चढ़ गया। 14 किलो का टिन 2700 रुपये में हो गया। मंगलवार को 2660 रुपये रेट था। इलाहाबाद गल्ला तिलहन व्यापार मंडल के अध्यक्ष सतीश चंद्र केसरवानी का कहना है कि होली के बाद से दूसरे प्रांतों के माल भाड़े में 10 से 20 रुपये प्रति कुंतल की वृद्धि हुई है।
माल भाड़ा पहले और अब
भाटापारा, रायपुर- 200 - 220
नागपुर, महाराष्ट्र - 160 - 175-180
कटनी - 110 - 120
फतेहपुर - 55 - 55
सीतापुर - 75 - 75
अयोध्या- 50-53 - 50-53
नोट: माल भाड़ा रुपये प्रति क्विंटल में