प्रयागराज के Naini Aerospace Limited में बनेंगे जहाज के पंखे, एसी और डीसी बाक्स

नैनी में हिंदुस्‍तान केबिल्स लिमिटेड कंपनी के बंद होने के बाद उसे अधिगृहीत करके एक फरवरी 2017 को एनएईएल की शुरुआत की गई थी। एचएएल की सब्सिडियरी के रूप में इस कंपनी का संचालन 138 कर्मचारियों के साथ शुरू हुआ था।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Sun, 11 Apr 2021 07:00 AM (IST) Updated:Sun, 11 Apr 2021 07:00 AM (IST)
प्रयागराज के Naini Aerospace Limited  में बनेंगे जहाज के पंखे, एसी और डीसी बाक्स
नैनी को एयरक्राफ्ट हब बनाने की भी तैयारी चल रही है।

प्रयागराज,जेएनएन। नैनी एयरोस्पेस लिमिटेड (एनएईएल) में अब जहाज के पंखे, एसी और डीसी बाक्स बनाने की कवायद चल रही है। इसके करार के लिए कंपनी की बेंगलुरु स्थित हिंदुस्‍तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) से बातचीत चल रही है। इस दिशा में जल्द सफलता मिलने की उम्मीद है।

नैनी में हिंदुस्‍तान केबिल्स लिमिटेड कंपनी के बंद होने के बाद उसे अधिगृहीत करके एक फरवरी 2017 को एनएईएल की शुरुआत की गई थी। एचएएल की सब्सिडियरी के रूप में इस कंपनी का संचालन 138 कर्मचारियों के साथ शुरू हुआ था। पहले कंपनी में ध्रुव हेलीकॉप्टर के लिए लूम तैयार किए जाते थे। लेकिन, बाद में एलसीए तेजस एयरक्राफ्ट के लिए भी लूम और ध्रुव हेलीकॉप्टर के लिए स्ट्रक्चर (ढांचा) भी तैयार किया जाने लगा। अब जहाज के पंखे और उसमें लगने वाले एसी व डीसी बॉक्स बनाने की भी तैयारी है। इस काम में दक्षता हासिल करने के लिए कंपनी के 15 स्टॉफ को एचएएल के कानपुर और लखनऊ डिवीजनों में प्रशिक्षण के लिए भेजा गया है। कंपनी के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) अमितमई श्रीवास्तव का कहना है कि जहाज के पंखे, एसी और डीएस बाक्स बनाने के लिए एचएएल से करार की दिशा में प्रयास चल रहा है। नैनी को एयरक्राफ्ट हब बनाने की भी तैयारी चल रही है।

वायुसेना की शान बने लूम और ढांचे

कंपनी द्वारा अब तक 15 से ज्यादा ढांचे तैयार कर एचएएल के आर्डर को पूरा किया गया, जबकि सैकड़ों लूम बनाकर भेजे गए। इन लूम और ढांचे का इस्तेमाल वायुसेना के लड़ाकू विमानों में किया जाता है। जो सेना की शान बने हैं। कोरोना काल में भी कंपनी में कोविड-19 मानकों का पालन करते हुए उत्पादन जारी रखा गया।  

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