Covid-19 संक्रमितों के तीमारदारों को होटल में ठहरने से पहले देना होगा पुख्ता प्रमाण, इसमें अड़चन भी आ रही

होटल कामधेनु इन के मालिक अक्षय कक्कड़ का कहना है कि उनका होटल एक मई से बंद है। हालांकि होटल के बाहर अपना नाम और मोबाइल नंबर चस्पा करा दिए हैं ताकि कोई तीमारदार रुकने के लिए आए तो फोन करे।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 11 May 2021 09:44 PM (IST) Updated:Tue, 11 May 2021 09:44 PM (IST)
Covid-19 संक्रमितों के तीमारदारों को होटल में ठहरने से पहले देना होगा पुख्ता प्रमाण, इसमें अड़चन भी आ रही
प्रयागराज प्रशासन की जारी सूची में से कुछ होटल बंद हैं। फिलहाल नाम व मोबाइल नंबर चस्पा किए हैं।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना मरीजों के तीमारदारों को ठहरने के लिए जिला प्रशासन ने 15 होटलों के इंतजाम तो करवा दिए हैं लेकिन उसमें से कुछ होटल बंद भी हैं। होटलों में तीमारदारों को ठहराने के लिए संचालकों के सामने सबसे बड़ी अड़चन उनके प्रूफ (प्रमाण) को लेकर है। कुछ संचालकों का कहना है कि कोई भी व्यक्ति कोरोना रिपोर्ट लेकर आ जाएगा तो उनके पास क्या प्रमाण होगा कि वह तीमारदार ही है।

प्रमाण के लिए अटेंडेंट को संबंधित अस्पताल से लिखवाकर देना होगा

होटल युगांतर के मैनेजर अभय श्रीवास्तव का कहना है कि कोई कार्यक्रम होने पर होटल खुलता है, बाकी दिनों बंद ही है। हालांकि, चार-पांच कमरे तीमारदारों के लिए एलॉट कर दिए गए हैं। हालांकि प्रूफ के लिए अटेंडेंट को संबंधित अस्पताल से लिखवाकर देना होगा। इसके लिए प्रशासन गाइडलाइन जारी करे। वहीं होटल ट्यूलिप के मैनेजर मोहित पांडेय का कहना है कि कोई तीमारदार नहीं आया। आने की उम्मीद भी बहुत कम है। कोविड नियम के तहत होटल का संचालन हो रहा है।

होटल के बाहर नाम और मोबाइल नंबर चस्‍पा करा दिया

होटल कामधेनु इन के मालिक अक्षय कक्कड़ का कहना है कि उनका होटल एक मई से बंद है। हालांकि होटल के बाहर अपना नाम और मोबाइल नंबर चस्पा करा दिए हैं ताकि कोई तीमारदार रुकने के लिए आए तो फोन करे। एडवांटेज इन के सौरभ श्रीवास्तव का कहना है कि होटल का संचालन मंगलवार से शुरू किया गया। फिलहाल किसी अटेंडेंट ने संपर्क नहीं किया।

स्कूटी से पहुंच गए कमरा लेने

सिविल लाइंस स्थित एक होटल के मालिक का कहना है कि कोई पर्चा लेकर आया तो क्या प्रमाण कि उसके मरीज भर्ती हैं। बिना पुख्ता प्रमाण के तीमारदार को नहीं रोक सकते। वह बताते हैं कि एक व्यक्ति सुबह स्कूटी से आ गए और बोले कि उनका मरीज भर्ती है, उन्हें कमरा चाहिए। उनके पास प्रमाण कुछ नहीं था। बड़े होटलों को प्रशासन द्वारा छोड़ दिए जाने से कुछ छोटे होटल संचालकों में नाराजगी भी है। होटल गैलेक्सी के डायरेक्टर सिद्धांत का कहना है कि उनका होटल चार मई से बंद है। वह इस बारे में प्रशासन को लिखित रूप में अवगत कराएंगे।

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