प्रतापगढ़ : जानिए कोरोना काल में स्नातक प्रथम वर्ष के प्रवेश में क्या-क्या दी जा रही सहूलियत
इस बार कोविड-19 कोरोना महामारी को देखते हुए छात्र-छात्राओं को काफी सहूलियतें दी जा रही हैं। इंटर की नेट से निकली मार्कशीट पर भी जहां प्रवेश दिया जा रहा है।
प्रतापगढ़,जेएनएन। एक समय ऐसा था जब स्नातक प्रथम वर्ष में मूल अंकपत्र, प्रमाणपत्र एवं टीसी के बगैर प्रवेश नहीं हुआ करता था। कोरोना काल में महाविद्यालयों ने छात्र-छात्राओं को काफी सहूलियतें दे रखी हैं। इंटरमीडिएट की नेट से निकाली गई मार्कशीट, हाईस्कूल प्रमाणपत्र व आधार कार्ड से प्रवेश दिया जा रहा है। इतना जरूर है कि छात्र-छात्राओं को फार्म भरते समय इंटरमीडिएट के मूल अंकपत्र, चरित्र प्रमाणपत्र तथा टीसी अनिवार्य रूप से उपलब्ध कराने को कहा जा रहा है।
इंटरनेट से निकली मार्कशीट पर दिया जा रहा प्रवेश
जिले में कुल 159 महाविद्यालय हैं। इनमें चार राजकीय व सात स्ववित्तपोषित महाविद्यालय हैं। यह सभी प्रो. राजेंद्र सिंह रज्जू भैया राज्य विश्वविद्यालय प्रयागराज से संबद्ध हैं। इन सभी महाहविद्यालयों में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश प्रक्रिया जुलाई के प्रथम सप्ताह से शुरू कर दी गई है। शहर के प्रमुख महाविद्यालय एमडीपीजी कालेज में इस बार कोविड-19 कोरोना महामारी को देखते हुए छात्र-छात्राओं को काफी सहूलियतें दी जा रही हैं। इंटर की नेट से निकली मार्कशीट पर भी जहां प्रवेश दिया जा रहा है। वहीं टीसी व चरित्र प्रमाणपत्र भी उन्हें बाद में फार्म भरते समय देने के लिए कहा जा रहा है। महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. विनोद शुक्ल बताते हैं कि अब तक कालेज में 300 छात्र-छात्राओं का प्रवेश हो चुका है।
फार्म भरते समय देखा जाएगा मूल प्रमाण पत्र
कालेज के जनसूचना अधिकारी डॉ. सीएन पांडेय ने बताया कि बीते चार अगस्त से काउंसिलिंग एवं प्रवेश प्रक्रिया चल रही है। इसी प्रकार पीबीपीजी कालेज के प्राचार्य डॉ. बृजभानु सिंह ने बताया कि कालेज में प्रवेश के समय छात्र-छात्राओं से लिखवाकर लिया जा रहा है कि फार्म भरते समय वह इंटर का अंकपत्र, टीसी व चरित्र प्रमाणपत्र दे देंगे। मैनाथी कुंवरी चंद्रावती महाविद्यालय डॉ.एसके सिंह ने बताया कि कालेज में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश में सहूलियत दी जा रही है। इसी प्रकार अन्य महाविद्यालयों में स्नातक प्रथम वर्ष में प्रवेश के समय छात्र-छात्रओं को सहूलियतें दी जा रही हैं।