आबकारी और पुलिस है परेशान, प्रयागराज में सरकारी ठेके की आड़ में फिर बिकने लगी अवैध शराब
शराब माफिया और तस्कर अवैध शराब की बिक्री के लिए फिर सरकारी ठेके को जरिया बना रहे हैं। देशी शराब के लाइसेंसी दुकानों पर मिलावटी शराब बेची जा रही है। इतना ही नहीं अलग-अलग स्थानों पर अवैध शराब बनाई जा रही है और उसकी पैकिंग भी की जा रही है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। जनपद में जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत होने के बाद भी आबकारी विभाग अवैध शराब पर अंकुश लगाने में कमजोर है। चौंकाने वाली बात यह है कि शराब माफिया और तस्कर अवैध शराब की बिक्री के लिए फिर सरकारी ठेके को अपना जरिया बना रहे हैं। खासकर देशी शराब के लाइसेंसी दुकानों पर मिलावटी शराब बेची जा रही है। इतना ही नहीं अलग-अलग स्थानों पर अवैध शराब बनाई जा रही है और उसकी पैकिंग भी की जा रही है। ठेके की आड़ में शराब बेचने के लिए तस्कर आबकारी विभाग की ओर से बिक्री के लिए अनुमन्य ब्रांड का लेबल और बार कोड का इस्तेमाल करते हैं। आबकारी और पुलिस विभाग के सामने इस पर अंकुश लगाने की चुनौती है।
सगे भाइयों को पकड़ने पर सामने आई यह जानकारी
मांडा पुलिस के हत्थे चढ़े रविंद्र कुमार यादव और उसके भाई धीरेंद्र यादव को गिरफ्तार करने के बाद ऐसी जानकारी पुलिस के हाथ लगी है। पूछताछ में पता चला है कि गैंग का सरगना मीरजापुर निवासी गोविंद जायसवाल अपने कई साथियों के साथ अवैध शराब बनाकर लाइसेंसी दुकान की आड़ से बिकवाता है। एक शख्स ने अपनी दुकान गोविंद को चलाने के लिए दी है। इस अाधार पर माना गया है कि वह ऐसा काम करता है। उसके तमाम साथी प्रयागराज के रहने वाले हैं और अवैध शराब के कारोबार से जुड़े हैं, लिहाजा पुलिस यह मानकर चल रही है कि यहां भी देशी शराब के सरकारी ठेके से अवैध शराब की बिक्री होती होगी। दो दिन पहले मांडा पुलिस ने बकुलिया गांव स्थित एक गोदाम में छापेमारी करते हुए साढ़े 12 हजार लीटर स्प्रिट, यूरिया खाद, खाली शीशी, लेबल व ट्रैक्टर को बरामद किया। साथ ही सगे भाईयों को गिरफ्तार किया गया था। जबकि गोविंद व एक अन्य अभियुक्त अभी तक फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस छापेमारी कर रही है। मार्च 2021 में हंडिया थाना क्षेत्र में जहरीली शराब से 14 लोगों की मौत हुई थी। इसके बाद पुलिस व आबकारी ने ताबड़तोड़ कार्रवाई करते हुए अवैध शराब बनाने व बिक्री पर अंकुश लगा दिया था। मगर अब फिर से अवैध शराब की बिक्री शुरू हो गई है।