महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, महिला अध्ययन केंद्र की स्थापना

कुलाधिपति और प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के निर्देश पर कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने केंद्र की स्थापना कर प्रो. रुचि बाजपेई को केंद्र का समन्वयक बनाया है। कुलपति ने बताया कि महिला अध्ययन केंद्र राज्य एवं केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी महिलाओं तक पहुंचाएगा।

By Rajneesh MishraEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 06:50 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 06:50 PM (IST)
महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा  उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय, महिला अध्ययन केंद्र की स्थापना
उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय में महिला अध्ययन केंद्र की स्थापना की गई है।

प्रयागराज,जेएनएन। उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय अब महिला शिक्षार्थियों को आत्मनिर्भर बनाएगा। इसके लिए विश्वविद्यालय में महिला अध्ययन केंद्र की स्थापना की गई है। यह केंद्र बालिकाओं और महिलाओं को शिक्षा, स्वास्थ्य, स्वाभिमान, आर्थिक स्वावलंबन एवं तकनीकी संसाधनों के प्रयोग के लिए प्रेरित करेगा।

कुलपति प्रो. सीमा सिंह ने प्रो. रुचि बाजपेई को बनाया केंद्र का समन्वयक

कुलाधिपति और प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल के निर्देश पर कुलपति प्रोफेसर सीमा सिंह ने केंद्र की स्थापना कर प्रो. रुचि बाजपेई को केंद्र का समन्वयक बनाया है। कुलपति ने बताया कि महिला अध्ययन केंद्र राज्य एवं केंद्र सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जानकारी महिलाओं तक पहुंचाएगा।

महिलाओं को परंपरागत कुरीतियों से किया जाएगा सजग

इस केंद्र के माध्यम से समाज में महिलाओं के विरुद्ध व्याप्त परंपरागत कुरीतियों से उन्हेंं सजग किया जाएगा। साथ ही सफल महिलाओं के जीवन दर्शन के बारे में बताया जाएगा। ताकि महिला खुद को आत्‍मनिर्भर बना सके। साथ ही साथ वह पुरुषों के बराबर में कंधा से कंधा मिलाकर चल सकें।

महिलाओं के लिए बनाए गए कानूनों के बारे में दी जाएगी जानकारी

गांव में कार्यशाला संचालित करने के साथ महिला सुरक्षा समिति का गठन कर महिलाओं के अंदर सुरक्षा का भाव जागृत किया जाएगा। केंद्र का उद्देश्य गांव की महिलाओं के अंदर की झिझक दूर करना है। यह केंद्र महिलाओं के लिए बनाए गए कानूनों के बारे में भी जानकारी देगा। इससे वह खुद भी जागरूक रहेंगी तो दूसरों को भी जागरुक कर सकेंगी। डा. मीरा पाल को सह समन्वयक और डा. साधना श्रीवास्तव को सहायक समन्वयक बनाया है।

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