इविवि के संपत्ति अधिकारी से बदसलूकी के आरोपित पूर्व प्रोफेसर की गिरफ्तारी चाहते हैं कर्मचारी

आरोप है कि संपत्ति अधिकारी राजीव मिश्र पिछले हफ्तेे रिटायर्ड प्रोफेसर के आवास पर उन्हें नोटिस देने पहुंचे तभी उनके साथ बदसलूकी की गई थी। विरोध करने पर अपशब्द भी कहा था। राजीव ने इस बाबत शिकायती पत्र थाने में दिया था

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 29 Nov 2020 10:27 PM (IST) Updated:Sun, 29 Nov 2020 10:27 PM (IST)
इविवि के संपत्ति अधिकारी से बदसलूकी के आरोपित पूर्व प्रोफेसर की गिरफ्तारी चाहते हैं कर्मचारी
पीडि़त पक्ष का आरोप है कि पुलिस मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है।

प्रयागराज, जेएनएन। इलाहाबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय (इविवि) के संपत्ति अधिकारी राजीव मिश्र के साथ रिटायर्ड प्रोफेसर जगदीश नारायण पुरवार ने अभद्रता की थी। इस मामले में कर्नलगंज थाने में रिटायर्ड प्रोफेसर खिलाफ एनसीआर दर्ज है। पीडि़त पक्ष का आरोप है कि पुलिस मामले में कार्रवाई नहीं कर रही है। कहा कि उनकी गिरफ्तारी होनी चाहिए। प्रोफेसर पुरवार ने सेवानिवृत्ति के बाद भी बैंक रोड स्थित शिक्षक आवास को वर्षों तक अवैध रूप से कब्जा किए रखा। विश्वविद्यालय प्रशासन द्वारा उनके विरुद्ध विधिक कार्यवाही की गई थी, जिससे वे नाराज चल रहे थे। बता दें कि संपत्ति अधिकारी ने विवि की संपत्तियों पर अवैध कब्जा कर रहे लोगों के विरुद्ध कार्रवाई की थी। उनके साथ अभद्रता करने से अन्य विवि कर्मचारियों में रोष है। उन्होंने कर्नलगंज पुलिस पर कार्रवाई नहीं करने का आरोप लगाया है। 

14 लाख की रिकवरी नोटिस थमानेेपर भड़के थे पूर्व प्रोफेसर 

उल्लेखनीय है कि रिटायरमेंट के बाद छह माह का वक्त गुजरने के बाद भी करीब दो साल तक रिटायर्ड प्रोफेसर जगदीश नारायण पुरवार अवैध तरीके से इविवि की कॉलोनी में रहे। इसी वजह से उन्हें १४ लाख रुपये रिकवरी का नोटिस दिया गया था। आरोप है कि संपत्ति अधिकारी राजीव मिश्र पिछले हफ्तेे रिटायर्ड प्रोफेसर के आवास पर उन्हें नोटिस देने पहुंचे तभी उनके साथ बदसलूकी की गई थी। विरोध करने पर अपशब्द भी कहा था। राजीव ने इस बाबत शिकायती पत्र थाने में दिया था मगर आऱोप है कि पुलिस कोई कार्ऱवाई नहीं कर रही है जबकि इविवि के कर्मचारी भी चाहतेे हैं कि इस मामले में कानूनी कार्रवाई की जाए।  

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