Electricity Department: एक किलोवाट कनेक्शन दो किलोवाट में बदला, तीन गुना बिल
गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों को एक किलोवाट का कनेक्शन देने का नियम है। इसी के तहत सैकड़ों उपभोक्ताओं को एक किलोवाट का कनेक्शन दिया जाता है। लेकिन इधर कुछ समय से ऐसे उपभोक्ताओं का विद्युत भार बढ़ा दिया गया। उनका एक से दो किलोवाट कर दिया गया
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पहले एक किलोवाट का कनेक्शन दिया और फिर उसे अपने आप दो किलोवाट में तब्दील कर दिया। पहले तो उपभोक्ताओं को इसका पता ही नहीं चला, लेकिन जब बिजली के बिल का भार बढ़ा तो उनका माथा चकरा गया। उपकेंद्रों पर पहुंचने पर उन्हें जानकारी हुई कि कनेक्शन दो किलोवाट का हो गया है, इसलिए बिजली का बिल बढ़ गया है। वे इसे पहले की तरह ही कराने की कोशिश में लगे हैं, लेकिन हो कुछ नहीं पा रहा है।
पांच माह से परेशान हैं दर्जनाें उपभोक्ता, नहीं हो रही सुनवाई
गरीबी रेखा के नीचे रहने वाले लोगों को एक किलोवाट का कनेक्शन देने का नियम है। इसी के तहत सैकड़ों उपभोक्ताओं को एक किलोवाट का कनेक्शन भी दिया जाता है। लेकिन इधर कुछ समय से ऐसे उपभोक्ताओं का विद्युत भार बढ़ा दिया गया है। उनका एक से दो किलोवाट कर दिया गया है। इससे सीधा असर बिजली के बिल पर पड़ा है। सर्दी के मौसम में बिजली का बिल एक हजार से अधिक का आ रहा है। उपकेंद्रों पर पहुंच रहे ऐसे लोगों का कहना है कि यह स्थिति पांच माह से है। शुरू में जब बिजली का बिल बढ़कर आया तो उनकी समझ में नहीं आया, लेकिन दूसरे माह भी यही स्थिति रही तो वे अधिकारियों से मिले, जिस पर कहा गया कि मीटर रीडिंग के मुताबिक जो बिल आया है, उसी का भुगतान करना होगा। क्योंकि विद्युत भार दो किलोवाट का हो गया है। लोगों ने इसे कम करने की बात कही तो अधिकारियों ने हाथ खड़े कर दिए। अब लोग परेशान हैं और अधिकारियों के कार्यालयों का चक्कर काट रहे हैं।
बोले उपभोक्ता
पांच माह पहले बिजली का बिल 320 रुपये आता था, लेकिन इसके बाद एक हजार रुपये से अधिक आने लगा। सब्जी बेचकर जैसे तैसे परिवार का पेट भर रहे हैं, इतना बिजली का बिल कैसे देंगे। अधिकारी कुछ नहीं सुन रहे हैं।
सुशील, मुंडेरा।
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एक किलोवाट के कनेक्शन को दो किलोवाट कर दिया गया है। इससे बिजली का बिल चार गुना अधिक आ रहा है। तीन माह से बिजली विभाग के अधिकारियों के कार्यालय का चक्कर लगा रहा हूं, लेकिन कोई सुनने वाला नहीं है।
भगवानदीन, आजाद नगर।
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ट्राली चलाकर परिवार का गुजरा करता हूं। चार माह पहले तीन सौ रुपये तक का बिजली का बिल आता था, लेकिन अब तो एक हजार रुपये से ज्यादा आ रहा है। जबरन दो किलोवाट किया गया है। अधिकारी इसे खत्म नहीं कर रहे हैं।
प्यारेलाल, करैलाबाग।
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महंगाई में पेट भरना कठिन है और बिजली का एक हजार से अधिक आ रहा है। जबकि पांच माह पहले तीन सौ के आसपास आता था। चाय की छोटी सी दुकान है। इससे इतना बिजली का बिल भरना मुश्किल हो रहा है।
सुखवंती देवी, करैलाबाग।
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वर्जन
जिनका एक किलोवाट का कनेक्शन था, डिमांड अधिक होने की वजह से दो किलोवाट हुआ है। फिर भी अगर किसी का गलत तरीके से एक से दो किलोवाट हो गया है तो उसे दिखवाकर सही कराया जाएगा। उपभोक्ताओं को दिक्कत न हो, इसके लिए सभी उपकेंद्र के अधिकारियों को निर्देश देंगे।
विनोद गंगवार, मुख्य अभियंता।