Electricity Crises in Prayagraj: ग्रामीण इलाकों में बिजली 10 घंटे ही मिल रही, कटौती से लोग परेशान
Electricity Crises in Prayagraj मऊआइमा के जेई धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि बिजली आपूॢत में आ रही दुश्वारियों के संबंध में विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। स्थानीय स्तर पर जहां भी आपूर्ति ठप होने की सूचना मिलती है उसे दुरुस्त कराया जाता है।
-किश्तों में मिलती है दस-बारह घंटे बिजली आपूर्ति, लो वोल्टेज की भी समस्या
प्रयागराज, जेएनएन। पिछले दिनों बारिश के कारण प्रयागराज में बिजली व्यवस्था ध्वस्त हो गई थी। शहर में तो फिर भी आपूर्ति कुछ बेहतर है लेकिन ग्रामीण इलाकों में बिजली कटौती से लोग परेशान हैं। ग्रामीण अंचल के लोगों को यूं तो 20 घंटे आपूर्ति का निर्देश है लेकिन मिलती है मात्र 10 या 12 घंटे ही। दिन भर में कई बार लोकल फाल्ट की समस्या भी बनी रहती है। इससे लोगों को दिक्कत होती है।
बिजली कटौती से ग्रामीण हलकान
मऊआइमा कस्बा एवं ग्रामीण इलाकों में बिजली की अघोषित कटौती से सरकार के 20 घंटे बिजली देने के दावों की बिजली विभाग के अधिकारी हवा निकाल रहे हैं। एक घंटे में कम से कम पांच बार कटौती होती है। इससे बमुश्किल दस से बारह घंटे ही बिजली मिल पा रही है। इससे भीषण गर्मी व उमस से लोग परेशान हैं।
कल-कारखाने भी नहीं चल पा रहे
मऊआइमा विद्युत उपकेंद्र से कस्बा व ग्रामीण क्षेत्रों के सैकड़ों गांवों में विद्युत आपूर्ति होती है। लोगों का कहना है कि पिछले एक पखवारे से हर दस मिनट में बिजली कट जाती है। इससे कल कारखाने नहीं चल पा रहे हैं और न ही लो वोल्टेज के चलते पंखे और कूलर व अन्य घरेलू उपकरण चल पा रहे हैं, जिससे उपभोक्ता परेशान हैं। बिजली कटौती से सबसे प्रभावित बच्चे, बीमार व वृद्धजन हैं।
सिंचाई न हाेने से खरीफ की खराब हो रही फसल
केसीएन क्लब के मंडल अध्यक्ष अमित कुमार पांडेय का कहना है कि अघोषित कटौती से ग्रामीण क्षेत्रों में एक तरफ बरसात के अभाव में सिंचाई बाधित होने से खरीफ की फसल बर्बाद हो रही है तो दूसरी तरफ आम जन जीवन बुरी तरह प्रभावित है। लोगों ने विभागीय अधिकारियों से बिजली व्यवस्था दुरुस्त कराने की मांग की है।
बोले जेई
मऊआइमा के जेई धर्मेंद्र कुमार का कहना है कि बिजली आपूॢत में आ रही दुश्वारियों के संबंध में विभागीय अधिकारियों को अवगत कराया जा चुका है। स्थानीय स्तर पर जहां भी आपूर्ति ठप होने की सूचना मिलती है उसे दुरुस्त कराया जाता है।