चुनावी गठबंधन बेमतलब,जनसंघर्ष जरूरी : येचुरी
भ्मार्क्सवादी पार्टी के महासचिव सीताराम येचुरी ने कहाकि प्रदेश कीसत्ता पर परिवर्तन जरूरी है।
जागरण संवाददाता, प्रयागराज : भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी) के 23वें राज्य सम्मलेन के अंतिम दिन सोमवार को पार्टी महासचिव सीताराम येचुरी ने केंद्र और प्रदेश की सत्ता से भाजपा को हटाने के लिए जनसंघर्ष जरूरी बताया। कहा कि भाजपा ने देश में लोकतंत्र खत्म कर दिया है। सरकार के विरोध में कोई भी मुंह खोलता है तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाती है। ऐसी सरकार को हटाने के लिए जनसंघर्ष ही मात्र एक उपाय है। चुनावी गठबंधन उपाय नहीं है।
बिजलीघर चौराहे के पास शंकरलाल मेमोरियल हाल में प्रदेश भर से जुटे प्रतिनिधियों को संबोधित करते हुए पार्टी महासचिव का कहना था कि जब जन संघर्ष तेज होगा तब जनता विकल्प तलाशेगी, ठीक वैसे ही, जैसा इमरजेंसी के समय हुआ था। उस समय जन संघर्ष इतना तेज हुआ कि इंदिरा गांधी को सत्ता से हाथ धोना पड़ा था। आज उसी तरह के जनसंघर्ष की जरूरत है। येचुरी ने कहा कि वर्तमान सरकार देश की आर्थिक संप्रभुता को कारपोरेट के हाथों गिरवी रखकर और सांप्रदायिकता का जहर बोकर संविधान के धर्मनिरपेक्ष स्वरूप के साथ खिलवाड़ कर रही है। उन्होंने 23 वें राज्य सम्मलेन में आए प्रतिनिधियों, पर्यवेक्षकों और नागरिकों का आह्वान किया कि वह देश के संविधान व इसमें वर्णित मानव की गरिमा को अक्षुण्ण रखने वाली भावना की रक्षा करने के लिए उप्र और केंद्र की सरकार को उखाड़ फेंके।
लखीमपुर खीरी में हुई घटना की निदा करते हुए भाकपा नेता ने केंद्रीय गृह राज्य मंत्री व क्षेत्रीय सांसद अजय मिश्र को बर्खास्त करने के साथ ही रिपोर्ट दर्ज कर उनकी गिरफ्तारी की मांग की। कहा कि सांसद पुत्र की गिरफ्तारी कर उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने पूरे मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के किसी जज से कराए जाने की बात कही। पूर्व महासचिव व पोलित ब्यूरो सदस्य प्रकाश करात, पोलित ब्यूरो सदस्य सुभाषिनी अली, केंद्रीय समिति सदस्य जेएस मजूमदार, राज्य सचिव हीरालाल ने भी समापन सत्र को संबोधित किया। उपस्थित अन्य लोगों में सीटू सचिव प्रेमनाथ राय, सुरेंद्र सिंह, बीएल भारती, मधु गर्ग, रविशंकर मिश्र, हरिश्चंद्र द्विवेदी, हरिराम पांडेय आदि मुख्य थे।