Eid 2021 in Prayagraj: किसी ने रखा गुरूवार को 30वां रोजा तो बहुत से परिवारों ने मना ली ईद

चांद के दीदार की तस्दीक के मसले पर एकराय न होने के कारण अबकी ईद का पर्व दो दिन मनाया जा रहा है। कुछ मुसलमानों ने गुरुवार की सुबह चौक जामा मस्जिद व घरों में ईद की नमाज पढ़कर उसकी खुशियां मनाई।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Fri, 14 May 2021 06:30 AM (IST) Updated:Fri, 14 May 2021 06:30 AM (IST)
Eid 2021 in Prayagraj: किसी ने रखा गुरूवार को 30वां रोजा तो बहुत से परिवारों ने मना ली ईद
कहीं भी भीड़ एकत्र करने की मनाही है। इसी कारण ईदगाह का गेट बंद करके पुलिस तैनात कर दी गई।

प्रयागराज, जेएनएन। रमजान के खत्म होने पर हर कोई ईद की खुशियों को समटने में मशगूल है  लेकिन, चांद के दीदार की तस्दीक के मसले पर एकराय न होने के कारण अबकी ईद का पर्व दो दिन मनाया जा रहा है। कुछ मुसलमानों ने गुरुवार की सुबह चौक जामा मस्जिद व घरों में ईद की नमाज पढ़कर उसकी खुशियां मनाई। कुछ रोजेदारों ने घरों में नमाज पढ़ी। जबकि काफी मुसलमानों ने 30वां रोजा रखकर शुक्रवार को ईद मनाने की तैयारी में लगे रहे।

अधिकतर मुसलमान आज मनाएंगे ईद का पर्व

चौक स्थित जामा मस्जिद में बुधवार देर रात तक ईद के चांद की तस्दीक के मसले पर उलेमाओं की बैठक चलती रही। सुन्नी मरकजी रूहते हेलाल कमेटी के कदीम व शहर काजी शफीक अहमद शरीफी, नायाब शहर काजी मुफ्ती मुजाहिद हुसैन रिजवी, नायाब शहर काजी और जामा मस्जिद चौक के इमाम रईस अख्तर ने कौशांबी के पुरखास से आए रोजेदार की शरई तस्दीक के हवाले से चांद  दिखने की तस्दीक करते हुए गुरुवार को ईद मनाने का ऐलान किया था। इससे बरेली मस्लक से जुड़े मुसलमानों ने ईद मनाया। जबकि देवबंद से जुड़ी मस्जिदों से जुड़े मुसलमान शुक्रवार को ईद मनाएंगे।


नहीं मिले गले

ईद की नमाज पढऩे के बाद गले मिलकर बधाई देने की परंपरा है। लेकिन, कोरोना संक्रमण के कारण रोजेदारों ने अबकी गले न मिलकर दूर से एक-दूसरे को ईद की बधाई दी।

ईदगाह में रहा सन्नाटा

ईद के पर्व पर ईदगाह में नमाज पढऩे की परंपरा है। ईदगाह में नमाज पढऩे के लिए हजारों नमाजी एकत्र होते हैं। लेकिन, कोविड-19 गाइडलाइन के कारण अबकी कहीं भी भीड़ एकत्र करने की मनाही है। इसी कारण ईदगाह का गेट बंद करके पुलिस तैनात कर दी गई। चौक, नखास कोहना, नुरुल्ला रोड, करेली सहित समस्त मुस्लिम इलाकों में पुलिस गस्त करती रही।  

परिवार में अलग-अलग राय

ईद को लेकर अबकी एक ही परिवार में अलग-अलग राय रही। नुरुल्ला रोड के रहने वाले नूरी और सिराज ने रोजा रखा। जबकि इनके परिवार के अन्य सदस्यों ने ईद मनाई। इसी प्रकार करेली के ब्लाक बी में रहने वाले मो. रहमान और हिना रहमान ने रखा रखा। जबकि घर के दूसरे सदस्य ईद के जश्न में डूबे रहे। मो. रहमान का कहना है कि चांद दिखने की स्थिति साफ नहीं थी। ऐसे में वह शुक्रवार को ईद मनाएंगे।


चला बधाई देने का सिलसिला

बुधवार की देर रात ईद का ऐलान होने पर एक-दूसरे को बधाई देने का सिलसिला शुरू हो गया। फेसबुक, ट्वीटर, वाट्सएप ग्रुपों में मैसेज भेजकर लोगों ने एक-दूसरे को ईद की बधाई दी। वहीं, कुछ लोगों ने कॉल करके बधाई दिया। अन्य धर्म के लोगों ने भी अपने मुस्लिम मित्रों को ईद की बधाई दी।

यह है नमाज पढऩे का समय

उम्मुल बनीन सोसायटी के महासचिव सै. मो. अस्करी के अनुसार शुक्रवार को चक शिया जामा मस्जिद में सुबह 10 बजे नमाज पढ़ी जाएगी। जबकि मस्जिद काजी साहब बख्शी बाजार में सुबह 8.30 बजे, मस्जिद ए नूर दायरा शाह अजमल में सुबह नौ बजे नमाज पढ़ाई जाएगी। वहीं, घरों में सुबह 7.30 से 10.30 बजे के बीच नमाज पढऩे का समय तय किया गया है। मस्जिद काजी साहब बख्शी बाजार के मुतावल्ली शाहरुक काजी, मस्जिद खदीजा के मुतावल्ली हसन आमिर, करबला कब्रिस्तान कमेटी के नायब सद्र शाहिद प्रधान, मस्जिद गदा हुसैन दरियाबाद के नायब मुतावल्ली शाहरुक हुसैनी, सूफी हसन, बजमी अब्बास, हुसैन मेंहदी आदि ने कोविड-19 नियम का पालन करते हुए नमाज पढऩे की अपील की है। मस्जिदों में सिर्फ पांच लोगों को मास्क के साथ प्रवेश मिलेगा।

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