प्रयागराज के पांच सरकारी स्कूलों में तैयार हो रही ई लाइब्रेरी, देश-दुनिया की मिलेगी जानकारी

बेसिक शिक्षाधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि प्रत्येक विद्यालय में पुस्तक कार्नर की व्यवस्था है। इसमें भौतिक रूप से पुस्तकें रखी गई हैं। पहले एनसीईआरटी की किताबें रखी जाती थीं। इस बार एनबीटी की किताबें मंगवाई गई हैं। पांच स्कूलों में ई लाइब्रेरी बनाई जा रही है

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Wed, 27 Oct 2021 08:21 AM (IST) Updated:Wed, 27 Oct 2021 08:21 AM (IST)
प्रयागराज के पांच सरकारी स्कूलों में तैयार हो रही ई लाइब्रेरी, देश-दुनिया की मिलेगी जानकारी
उच्च प्राथमिक विद्यालय भवानीपुर, लौवा कोन, टुडियार, बड़ोखर और हंडिया में चल रहा है कार्य

प्रयागराज, जागरण संवाददाता। बेसिक शिक्षा विभाग भी कान्वेंट स्कूलों के साथ कदमताल करने की तैयारी में है। बड़ोखर क्लस्टर के पांच उच्च प्राथमिक विद्यालयों में ई लाइव्रेरी बनाई जा रही है। तीन स्कूलों में कक्ष निर्माण का काम पूरा हो चुका है। यहां विद्यार्थियों को आनलाइन पुस्तकें पढ़ने को मिलेंगी। शिक्षकों की कोशिश होगी कि तकनीक को छात्र-छात्राएं समझें और उसका प्रयोग करते हुए आगे बढ़ें।

हर स्कूल में तैयार किया गया पुस्तक कार्नर

बेसिक शिक्षाधिकारी प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि प्रत्येक विद्यालय में पुस्तक कार्नर की व्यवस्था है। इसमें भौतिक रूप से पुस्तकें रखी गई हैं। पहले एनसीईआरटी की किताबें रखी जाती थीं। इस बार एनबीटी की किताबें मंगवाई गई हैं। इसके अतिरिक्त तमाम जगहों पर अभिभावकों ने भी पुस्तकालय को समृद्ध बनाने का प्रयास किया है। इसी क्रम को आगे बढ़ाते हुए शासन की मंशा के अनुरूप पांच स्कूलों में ई लाइब्रेरी बनाई जा रही है। इनमें उच्च प्राथमिक विद्यालय भवानीपुर, उच्च प्राथमिक विद्यालय लौवा कोन, उच्च प्राथमिक विद्यालय टुडियार, उच्च प्राथमिक विद्यालय बड़ोखर और उच्च प्राथमिक विद्यालय हंडिया शामिल हैं। सभी जगहों पर कम्प्यूटर कक्षा, कम्प्यूटर, प्रिंटर, वाईफाई आदि की व्यवस्था की जा रही है। इस ई लाइब्रेरी के जरिए दीक्षा एप, विभाग की ओर से तैयार पाठ्य सामग्री व अन्य पुस्तकाें को पढ़ा जा सकेगा। आनलाइन कंटेंट पढ़ने की आदत छात्रों में विकसित होने पर वह देश दुनिया के बारे में भी अधिक जान सकेंगे। समन्वयक निर्माण वीरेंद्र कुमार मौर्य ने बताया कि टुडियार, बड़ोखर, हंडिया में कम्प्यूटर कक्षा का निर्माण पूर हो चुका है। एक ई लाइब्रेरी के लिए आठ लाख रुपये का बजट मिला है। सभी स्कूलों में फर्नीचर का भी इंतजाम किया जा रहा है।

कम्प्यूटर प्रशिक्षित शिक्षकों की होगी तैनाती

ई लाइब्रेरी वाले उच्च प्राथमिक विद्यालयों में उन्हीं शिक्षकों की तैनाती होगी जो कम्प्यूटर प्रशिक्षित होंगे। उन्हें कम्पयूटर, प्रिंटर चलाने के साथ विद्यार्थियों में भी इसके प्रति रुचि विकसित करनी होगी। देखा जाएगा कि अंतर जनपदीय स्थानांतरण से आने वाले शिक्षक यदि कम्प्यूटर के जानकार हैं तो उन्हें इन स्कूलों में तैनाती दी जाएगी।

ई लाइब्रेरी के लिए मिले हैं 40 लाख रुपये

बीएसए प्रवीण कुमार तिवारी ने बताया कि पांच ई लाइब्रेरी के लिए कुल 40 लाख रुपये मिले हैं। इसमें प्रत्येक विद्यालय पर आठ लाख रुपये खर्च होंगे। एक कक्ष निर्माण के लिए 3.72 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे। दो लाख रुपये फर्नीचर के लिए हैं। 75 हजार रुपये कम्प्यूटर व प्रिंटर के लिए और एक लाख 53 हजार रुपये से किताबें और आलमारी मंगाई जाएंगी।

नंबर गेम

आठ लाख रुपये खर्च होंगे प्रत्येक विद्यालय में ई लाइब्रेरी के लिए

3.72 लाख रुपये खर्च किए जाएंगे स्कूल में कक्ष निर्माण के लिए

दो लाख रुपये से स्कूलों में मंगाए जाएंगे नए फर्नीचर

75 हजार रुपये कम्प्यूटर व प्रिंटर के लिए एक विद्यालय को मिलेंगे

एक लाख 53 हजार रुपये से किताबें और आलमारी मंगाई जाएंगी

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