स्मार्ट सिटी प्रयागराज में नहीं दिखते डस्टबिन, खाली प्लाट में कूड़ा फेंकना है लोगों की मजबूरी

बात चाहें बाहरी कॉलोनी शांतिपुरम की कर लें या फिर कालिंदीपुरम या प्रीतम नगर कॉलोनी की। नगर निगम की सफाई व्यवस्था का आलम यह है कि नालियां और गलियां चोक हैं सड़कों पर कचरा फैला है। शांतिपुरम कॉलोनी के लोग कई बार शिकायत कर चुके हैं।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Tue, 01 Dec 2020 05:50 PM (IST) Updated:Tue, 01 Dec 2020 05:50 PM (IST)
स्मार्ट सिटी प्रयागराज में नहीं दिखते डस्टबिन, खाली प्लाट में कूड़ा फेंकना है लोगों की मजबूरी
सच यह है कि यहां साफ सफाई के पर्याप्त इंतजाम नहीं हैंं।

प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज शहर को स्मार्ट सिटी के तौर पर तैयार किया जा रहा है। मुकाबला इंदौर से है जो कई साल से लगातार देश का सबसे साफ सुथरा शहर चुना जा रहा है मगर हकीकत यह है कि सफाई के उस पैमाने और इंतजाम में प्रयागराज बहुत पीछे है। यहां के नगर निगम अधिकारी दावे कितना भी कर लें मगर सच यह है कि न तो यहां साफ सफाई के पर्याप्त इंतजाम हैंं और न ही कचरा प्रबंधन। हालत यह है कि शहर भर के कचरा डालने के लिए डस्टबिन नदारद हैं। सिविल लाइंस में ही कुछ स्थानों पर कूड़ा डालने के डिब्बे दिख जाते हैं, बाकी जगहों पर लोग घर के बाहर और खाली प्लाट पर कूड़ा फेंकने के लिए मजबूर हैं।

नालियां चोक और प्लाट कचरे से भरे 

शहर भर का यह हाल है। बात चाहें बाहरी कॉलोनी शांतिपुरम की कर लें या फिर कालिंदीपुरम या प्रीतम नगर कॉलोनी की। नगर निगम की सफाई व्यवस्था का आलम यह है कि नालियां और गलियां चोक हैं, सड़कों पर कचरा फैला है। शांतिपुरम कॉलोनी के लोग कई बार शिकायत कर चुके हैं कि नगर निगम के सफाई कर्मचारी कई दिन तक नहीं आते हैं। कचरा फेंकने के लिए डस्टबिन नहींं है। सड़क पर लोग कूड़ा डालते हैं जो फैलता जाता है। मवेशी और कुत्ते, सूअर भी गंदगी फैलाते हैं। नालियां साफ नहीं होती इसलिए कचरा से भरी रहती हैं। कभी सफाई कर्मी के आने पर उसे टोंका जाता है तो वह कहासुुुुनी करने पर आमादा हो जाता है। यही हाल राजापुर, गोविदंपुर कॉलोनी, शिवकुटी, रसूलाबाद,  अल्लापुर, करेली, मुंडेरा, दारागंज, बलुआघाट समेत अन्य इलाकों का है मगर नगर निगम अफसर बेपरवाह हैं।

कालिंदीपुरम कॉलोनी की तस्वीर भी बदहाल

शहर पश्चिमी विधानसभा की कालिंदीपुरम कॉलोनी का भी हाल सफाई के मामले में ठीक नहींं है। नगर निगम को सफाई व्यवस्था हस्तांतरित होने के बाद भी यहां की भीतरी गलियों में कभी झाड़ू नहीं लग रहा है। कालिंदीपुरम कॉलोनी में किसी भी गली में जाइए आपको कचरा फैला दिख जाएगा। मुख्य सड़कों पर भले ही झाड़ू लग जाती है मगर अंदर कोई अधिकारी झांकने नहीं जाता है। डस्टबिन के अभाव में कॉलोनी में खाली प्लाट और सड़कों पर कचरा फैला रहता है। कॉलोनी में सब्जी मंडी मैदान, जय गुरूदेव भवन के बगल के प्लाट, दूरभाष केंद्र की ओर जाने वाली सड़क पर स्थित तालाब समेत अन्य प्लाट पर लोग कूडा फेंकने के लिए मजबूर हैं। कालिंदीपुरम जागृति समिति के जेपी तिवारी का कहना है कि नगर निगम को सफाई व्यवस्था सुधारनी चाहिए वरना स्मार्ट सिटी का दावा खोखला ही रहेगा। इसी तरह कॉलोनी के मंटू गुप्ता, कारोबारी रवि तिवारी, विजय दुबे भी हर तरफ गंदगी से खिन्न हैं। इस बाबत पार्षद मिथिलेश सिंह कई बार महापौर और नगर आयुक्त से शिकायत कर चुके हैं मगर ज्यादा फर्क पड़ा नहींं। यह हाल तब है जब इस क्षेत्र के विधायक सिद्धार्थ नाथ सिंंह प्रदेश सरकार के कैबिनेट मंत्री भी हैं।

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