जनगणना: कोविड-19 संक्रमण के कारण एक वर्ष से रुका है जनगणना का कार्य, अभी स्थगित ही रहेगी तैयारी
वैसी स्थिति में जनगणना का कार्य संभव नहीं था। इसलिए मई 2020 में जनगणना को कोरोना महामारी कम होने तक स्थगित कर दिया गया था। उम्मीद थी कि 2021 में जनगणना कराई जाएगी। इस साल के शुरुआत में कोरोना के मामले कुछ कम होने लगे थे।
प्रयागराज, जेएनएन। वैश्विक महामारी कोरोना वायरस के चलते तमाम कार्य प्रभावित हो रहे हैं। सरकार का सारा अमला अब कोरोना संक्रमण से बचाव में जुट गया है। इससे अन्य सभी कार्य प्रभावित हो रहे हैं। साथ ही हर 10 साल में होने वाली जनगणना भी साल भर से रुकी हुई है। अब कोरोना का असर काम होने के बाद ही यह कार्य हो सकेगा। तब तक के लिए भारत सरकार ने जनगणना कार्य स्थगित कर दिया है। ऐसे में किसी योजना या अन्य कार्य के लिए 2011 की जनगणना का ही इस्तेमाल किया जाएगा।
हर 10 साल में देश भर में जनगणना कराई जाती है। 2020 की शुरुआत में जनगणना की तैयारी शुरू हुई थी। जनगणना के लिए कर्मचारियों को ट्रेनिंग दे दी गई। इस बार 34 बिंदुओं पर जनगणना में आंकड़े जुटाने थे। साथ में आर्थिक गणना भी हो जाती। पिछली बार 26 बिंदुओं पर ही जनगणना की गई थी। हालांकि जनगणना शुरू होने से पहले ही उस पर ग्रहण लग गया। पिछले साल होली के बाद से ही कोरोना महामारी शुरू हो गई थी।
वैसी स्थिति में जनगणना का कार्य संभव नहीं था। इसलिए मई 2020 में जनगणना को कोरोना महामारी कम होने तक स्थगित कर दिया गया था। उम्मीद थी कि 2021 में जनगणना कराई जाएगी। इस साल के शुरुआत में कोरोना के मामले कुछ कम होने लगे थे। चुनाव भी होने लगे थे। उम्मीद थी कि चुनाव के बाद जनगणना का काम शुरू हो जाएगा। इसके लिए ट्रेनिंग ले चुके के कर्मचारियों को सूचित कर दिया गया था।
पिछले साल जैसा ही होली बाद फिर महामारी का प्रकोप तेज़ हो गया। इस बार तो कोरोना का कहर और ज्यादा खतरनाक है। हालात बेकाबू हो गए हैं। मरीजों को इलाज नहीं मिल रहा है। तमाम लोग बेमौत मर रहे हैं। ऐसी परिस्थितियों में जनगणना के कार्य की शुरुआत ही नहीं हो सकी है। एडीएम वित्त एवं राजस्व एमपी सिंह ने बताया कि कोरोना महामारी का जब तक असर कम नहीं होगा, तब तक जनगणना स्थगित रहेगी।