अब परिषदीय विद्यालयों के बच्चों को पेयजल के लिए भटकना नहीं पड़ेगा
परिषदीय विद्यालयों में पेयजल की समस्या जल्द दूर हो जाएगी। इससे बच्चों और शिक्षकों को पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। सबमर्सिबल और ओवरहेड टैंक निर्माण का प्रस्ताव है।
प्रयागराज, जेएनएन। प्रयागराज जनपद के परिषदीय विद्यालयों में शिक्षकों और बच्चों को अब पीने के पानी के लिए भटकना नहीं पड़ेगा। उन्हें पेयजल की समस्या नहीं झेलनी होगी। बच्चों और शिक्षकों को हो रही परेशानी को देखते हुए प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में अब सबमर्सिबल लगाने और ओवरहेड टैंक बनाने की योजना बनाई गई है। इसके लिए सर्व शिक्षा अभियान परियोजना के अपर निदेशक ने जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी से प्रस्ताव मांगा है।
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा गया
परिषदीय विद्यालयों में गर्मियों में पेयजल के लिए बच्चों और शिक्षक व शिक्षिकाओं को पेयजल की समस्या अधिक रहती है। प्यास से सूखते गले को तर करने के लिए वह बेहाल रहते हैं। मिडडे मील करने के बाद बच्चों को पानी पीने के लिए घर तक जाना पड़ता था। यह सब देखते हुए सर्व शिक्षा अभियान की अपर निदेशक डॉ. सरिता तिवारी की ओर से 17 मई को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजा गया है। इस पत्र में कहा गया है कि विद्यालयों में पेयजल, शौचालय और स्वच्छता संबंधी आवश्यकताएं मुहैया कराना प्राथमिकता में है।
जहां बिजली की सुविधा है, ओवरहेड टैंक व सबमर्सिबल लगाएं
कई प्राथमिक एवं उच्च प्राथमिक विद्यालयों में हैंडपंप, क्रियाशील शौचालय की उचित सुविधा न होने से छात्र-छात्राओं को दिक्कत होती है। ऐसे में जिले के उन विद्यालयों में जहां हैंडपंप खराब हैं और बिजली की सुविधा है, वहां ओवरहेड टैंक के साथ सबमर्सिबल लगाया जाए। इसी क्रम में समग्र शिक्षा अभियान की कार्ययोजना के साथ इसके लिए भी प्रस्ताव भेजने हैं। प्रस्ताव तय प्रारूप पर 18 मई तक ई-मेल पर भेजा जाना था। वहीं शनिवार और रविवार को अवकाश होने के कारण प्रस्ताव नहीं भेजा जा सका।
बोले जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी
जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी संजय कुमार कुशवाहा कहते हैं कि सभी खंड शिक्षा अधिकारियों के माध्यम से ऐसे विद्यालयों की सूची तैयार कराई जा रही है, जहां विद्युतीकरण की व्यवस्था है। एक-दो दिनों में सूची तैयार कराकर प्रस्ताव भेज दिया जाएगा।
लोकसभा चुनाव और क्रिकेट से संबंधित अपडेट पाने के लिए डाउनलोड करें जागरण एप