Prayagraj के एनसीजेडसीसी में पांच दिवसीय विविध रंग महोत्सव के तीसरे दिन नाटक भ्रष्टाचार कर अफसर फरार का मंचन
एनसीजेडसीसी में पांच दिवसीय विविध रंग महोत्सव के तीसरे दिन नाटक आला अफसर का मंचन किया गया। 1977 में मुद्राराक्षस लिखित नौटंकी में कलाकारों ने अद्वितीय प्रस्तुति दी। नाटक भ्रष्टाचार पर करारा व्यंग्य करने का प्रयास करती है
प्रयागराज, जेएनएन। एनसीजेडसीसी में पांच दिवसीय 'विविध रंग महोत्सव के तीसरे दिन नाटक 'आला अफसर का मंचन किया गया। 1977 में मुद्राराक्षस लिखित नौटंकी में कलाकारों ने अद्वितीय प्रस्तुति दी। नाटक भ्रष्टाचार पर करारा व्यंग्य करने का प्रयास करती है। नाटक की प्रस्तुति और पात्रों की लोगों ने खासी सराहना भी की।
नाटक के जरिए भ्रष्टाचार पर करारा व्यंग्य करने का प्रयास
कहानी है कि चेयरमैन को सूचना मिलती है कि एक बड़ा अफसर दिल्ली से आने वाला है। वह सरकार को अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगा। ठीक उसी समय एक व्यक्ति होटल में आकर ठहरता है। उसकी चाल ढाल और वेशभूषा देखकर लोग उसे ही अफसर समझ बैठते हैं और जमकर खातिरदारी करते हैं। वह भी मौके का फायदा उठाता है और सबको लूटकर नौ दो ग्यारह हो जाता है। लोगों के होश तब उड़ जाते हैं, जब उन्हेंं पता चलता है कि
असली अफसर तो अभी आया ही नहीं है।
निर्देशन आतमजीत सिंह एवं सह निर्देशक अजय मुखर्जी ने किया। मंच पर शुभम, आशीष, अभिलाष, अजय, गौरव, अमन, रोहित, अनुज, रिया आदि ने भावपूर्ण प्रदर्शन कर दर्शकों को मंत्रगुग्ध कर दिया।
नाटक चंद्रशेखर आजाद का भावपूर्ण मंचन
सॉफ्ट पावर संस्था की ओर से राजर्षि टंडन गेस्ट हाउस में नाटक चंद्रशेखर आजाद का भावपूर्ण मंचन किया। इसमें आजाद के जीवन के कई रंगों को दिखाने का प्रयास किया गया। मुख्य अतिथि ओपी शुक्ला रहे। मंच पर अंशुदीप धुरिया, उज्ज्वल कुमार, प्रभूराज, हूमा, आशू, अविनाश आदि ने प्रभावी प्रस्तुति दी। नाटक का मंचन निर्देशन व परिकल्पना ज्ञानचंद्र ने किया।