Corona पॉजिटिव से निगेटिव होने वाले ध्यान दें, बेफिक्र न हों और डॉक्टर के संपर्क में रहें वरना हो सकती है परेशानी
जो लोग कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव हो चुके हैं वे ध्यान दें। उनमें से कुछ लोगों के पैर में सूजन किसी के गाल शरीर के दाहिने या बाएं अंग में लकवा जैसी समस्या आ रही है। डॉक्टरों के सामने ऐसे मरीज आ चुके हैं। ब्लैक फंगस के भी केस मिले।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमित होने के बाद स्वस्थ हुए लोगों के लिए आवश्यक सलाह है। कोरोना से स्वस्थ हो चुके हैं तब भी करीब एक महीने तक डॉक्टर के संपर्क में रहना होगा। खून पतला होने के लिए तो डॉक्टर के नुस्खे और सलाह को मानना जरूरी है, जिससे कि कोई दूसरी बीमारी न घेरने पाए। हार्ट अटैक, लकवा की बीमारी नसों में खून का थक्का जमने से होती। कोविड-19 अधिक दिनों तक रहने पर ब्लड सर्कुलेशन रुकने का खतरा बढ़ जाता है।
ब्लड प्रेशर, मोटापा और किडनी के मरीज पोस्ट कोविड हैं तो ज्यादा सावधान रहें
जो लोग कोरोना पॉजिटिव से निगेटिव हो चुके हैं, वे ध्यान दें। उनमें से कुछ लोगों के पैर में सूजन, किसी के गाल, शरीर के दाहिने या बाएं अंग में लकवा जैसी समस्या आ रही है। डॉक्टरों के सामने ऐसे मरीज आ चुके हैं। ब्लैक फंगस के भी कई मरीज भी पिछले सप्ताह तक मिले। एक बीमारी से जान बची तो लोग अब दूसरी से परेशानी में पड़ रहे हैं। डॉक्टरों की सलाह है कि ब्लड प्रेशर, मोटापा और किडनी के मरीज पोस्ट कोविड हैं तो ज्यादा सावधान रहें।
एसआरएन के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राजपाल के टिप्स
एसआरएन के ह्रदय रोग विशेषज्ञ डॉक्टर राजपाल प्रजापति का कहना है कि कोरोना वायरस फेफड़े में खून की नलियों में थक्का जम रहा है। इससे फेफड़े तो खराब हो ही रहे हैं, ह्रदय की नलियों पर भी विपरीत असर पड़ रहा है। इधर बीच कई ऐसे मरीज आए, जिनकी हार्ट की समस्या बढ़ गई है। इन मरीजों को कोरोना संक्रमण हो चुका है। कुछ लोगों की तो कोरोना से ठीक होने के बाद हार्ट अटैक से जान वही चली गई। अब लकवा की शिकायत भी लोगों में बढ़ रही है। इसलिए कोरोना से ठीक होने वालाें को कम से कम एक महीने तक डॉक्टर के संपर्क में रहना चाहिए।
फिजिशियन डॉक्टर मनोज माथुर की सलाह
फिजिशियन डॉक्टर मनोज माथुर का कहना है कि कोरोना के वायरस इम्युनिटी काफी कम कर दे रहे हैं। इससे पुरानी बीमारियों के बैक्टीरिया को पनपने का मौका मिल रहा है। इसलिए कोरोना से ठीक हुए लोगों को डॉक्टर से चेकअप जरूर कराना चाहिए। निगेटिव रिपोर्ट आने के बाद अपना सीटी स्कैन भी करा लें।