COVID-19 गाइडलाइन का न करें उल्‍लंघन, प्रयागराज में कोरोना के 24 घंटे में मिले हैं नौ नए संक्रमित

कोविड-19 संक्रमण की रफ्तार करीब एक सप्ताह से प्रयागराज में सुस्त है। जिस तादाद में लोगों की कोविड जांच हो रही है उसकी अपेक्षा नए संक्रमितों की संख्या गिनतियों की है। महामारी अभी एकदम समाप्‍त नहीं हुई है। ऐसे में चिकित्‍सक कोरोना गाइडलाइन के पालन की सलाह दे रहे हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Tue, 15 Jun 2021 03:00 PM (IST) Updated:Tue, 15 Jun 2021 03:00 PM (IST)
COVID-19 गाइडलाइन का न करें उल्‍लंघन, प्रयागराज में कोरोना के 24 घंटे में मिले हैं नौ नए संक्रमित
कोरोना वायरस का संक्रमण पूरी तरह से समाप्‍त नहीं हुआ है। ऐसे में कोविड गाइडलाइन का पालन करना होगा।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना संक्रमण का प्रभाव अब पहले जैसा तेज नहीं रहा। हालांकि इस महामारी की चपेट में लोगों के आने का सिलसिला जारी है। पिछले 24 घंटे में नौ लोगों की कोविड टेस्ट रिपोर्ट पॉजिटिव आई। 23 संक्रमितों को स्वस्थ हो जाने पर डिस्चार्ज कर दिया गया। इसमें कोविड अस्पतालों से तीन लोगों को छुट्टी मिली है। इसलिए चिकित्‍सक लोगों को सलाह देते हैं कि कोविड-19 गाइडलाइन का पालन करते रहें।

प्रयागराज में कोरोना की स्‍पीड काफी सुस्‍त

कोविड संक्रमण की रफ्तार करीब एक सप्ताह से सुस्त है। जिस तादाद में लोगों की कोविड जांच हो रही है, उसकी अपेक्षा नए संक्रमितों की संख्या गिनतियों की है। कोविड के नोडल की तरफ से जारी रिपोर्ट में बताया गया है कि सोमवार को 8187 कोविड टेस्ट को नमूने लिए गए। होम आइसोलेशन में पहली व दूसरी लहर में मिलाकर 68515 लोग डिस्चार्ज हो चुके हैं।

सुहावने मौसम से बढ़ा कोविड-19 टीकाकरण का उत्साह

कोविड-19 की वैक्सीन के प्रति तमाम भ्रांतियों के दूर होने पर अब केंद्रों में लाभार्थियों की तादाद अभियान को मजबूत करने वाली है। जनपद में 685597 लोग टीका लगवा चुके हैं। सोमवार को भी 9729 ने टीका लगवाया इसमें पहली डोज वाले 8918 लाभार्थी रहे। मौसम भी साथ दे रहा है इसलिए केंद्रों पर लाभार्थी भी खुशमिजाज मूड में पहुंच रहे हैं।

इन अस्‍पतालों में हो रहा है वैक्‍सीनेशन

कोविड टीकाकरण में 18 से 44 साल वर्ग में युवतियों का उत्साह भी बरकरार है। प्रत्येक केंद्र पर युवा आनलाइन रजिस्ट्रेशन कराकर टीके लगवाने पहुंच रहे हैं। टीके के प्रति बुजुर्गों में भी रुझान पहले से अधिक है। सबसे बड़े केंद्र मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज परिसर, उसके बाद डफरिन, काल्विन और बेली अस्पताल में भी सुबह से दोपहर बाद तक लाभार्थियों की कतार लग रही है।

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