बिजली चेकिंग में उतरे पूर्वांचल वितरण निगम के डायरेक्टर, 25 पर बिजली चोरी का मुकदमा Prayagraj News

25 घरों में 39 किलोवाट भार की अनिमियतता भी पकड़ी गई। 120 घरों में लोड बढ़ाया गया। चार कनेक्शन घरेलू से कामर्शियल किया गया।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 11:38 AM (IST) Updated:Thu, 12 Dec 2019 05:53 PM (IST)
बिजली चेकिंग में उतरे पूर्वांचल वितरण निगम के डायरेक्टर, 25 पर बिजली चोरी का मुकदमा Prayagraj News
बिजली चेकिंग में उतरे पूर्वांचल वितरण निगम के डायरेक्टर, 25 पर बिजली चोरी का मुकदमा Prayagraj News

प्रयागराज,जेएनएन । विद्युत विभाग की चेकिंग में पूर्वांचल वितरण निगम के डायरेक्टर (वाणिज्य) ओपी दीक्षित के नेतृत्व में बुधवार सुबह कल्याणी देवी उपकेंद्र के हाईलॉस फीडर दरियाबाद में 212 घरों में चेकिंग की गई।

25 के खिलाफ दर्ज हुआ मुकदमा

अधीक्षण अभियंता आशुतोष कुमार श्रीवास्तव ने बताया कि 25 घरों में बिजली चोरी पकड़े जाने पर मालिकों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया गया है। इसके अलावा 25 घरों में 39 किलोवाट भार की अनिमियतता भी पकड़ी गई। 120 घरों में लोड बढ़ाया गया। चार कनेक्शन घरेलू से कामर्शियल किया गया। चेकिंग के दौरान ही लगभग 18.25 लाख रुपये के बकाए पर 42 लोगों के कनेक्शन काटे गए। चेकिंग टीम ने 31 लोगों का नामांकन आसान किस्त योजना में कराया।

175 घरों में स्मार्ट मीटर लगाए

विभागीय कर्मचारियों ने 175 घरों में स्मार्ट मीटर लगाए। इस दौरान मुख्य अभियंता ओपी यादव भी मौजूद रहे। जांच के दौरान चार टीमों ने जांच की, जिसमें प्रवर्तन दल व अतरसुइया थाने की पुलिस भी थी। जांच के दौरान कई स्थानों पर लोगों ने विरोध भी किया, जिन्हें पुलिस ने समझाकर शांत कराया। दो स्थानों पर लोग पुलिस से भी उलझ गए थे, जिन्हें अधिकारियों ने समझाया।

शो रूमों पर विभाग ने की कार्रवाई

मानक के अनुसार प्रोडक्ट पर नियम और शर्तें नहीं लिखना शो रूमों के मलिक को भारी पड़ गया। बाट माप के नियमों का पालन नहीं करने पर विभाग ने रेमंड और मिनी शो रूम पर कार्रवाई की है। कहा कि आगे से सुधार नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ गाज गिरेगी। कपड़ों के मामले में रेमंड नामी कंपनी है लेकिन वह कुछ मामलों में बाट माप के नियमों का पालन नहीं कर रही है। जिला बाप माप अधिकारी राज कुमार और निरीक्षण जितेंद्र कुमार ने बताया कि उन्होंने पीवीआर स्थित रेमंड के शोरूम में मोजे की जांच की। जांच में स्पष्ट हुआ कि उस पर लिखे साइज के फांट मानक के अनुसार नहीं थे। किसी भी पैकेट का उसकी साइज के अनुसार एक से लेकर छह मिलीमीटर तक के फांट में उसके रेट, साइज व अन्य उपभोक्ता संबंधी जानकारी लिखी होनी चाहिए। इस मोजे का दाम 12 सौ रुपये से अधिक था। कपड़ों के शोरूम मिनी शोरूम में बिक्री के लिए रखे गए अधिकतर सामान में रेट व नियम शर्तें जिस फांट में लिखे थे, वह मानक से छोटे थे।

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