Savan Somvar 2020 : आज ग्रह-नक्षत्रों की अद्भुत जुगलबंदी से शिव स्तुति का दुर्लभ संयोग भी है
Savan Somvar 2020 ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि दिन में 439 बजे तक अष्टमी तिथि रहेगी। सुकर्मा योग रात 1111 तक व कौलव करण दिन में 439 बजे तक रहेगा।
प्रयागराज, जेएनएन। आज सावन का दूसरा सोमवार है। सुबह से ही शिव मंदिरों में भक्त पूजन-अर्चन और जलाभिषेक को जुटने लगे हैं। दर्शन-पूजन में फिजिकल डिस्टेंसिंग का भी पालन किया जा रहा है। श्रावण मास के दूसरे सोमवार को ग्रह-नक्षत्रों की अद्भुत जुगलबंदी से भगवान शिव की स्तुति का दुर्लभ संयोग भी है। शिव का ध्यान, पूजन, भजन, अभिषेक व दर्शन करना अत्यंत पुण्यकारी होगा। हृदय से शिव की स्तुति करने वाले भक्तों को भोलेनाथ मनोवांछित फल की प्राप्ति कराएंगे।
साल भर प्रदोष व्रत रखने के बराकर पुण्य प्राप्ति होगी
ज्योतिर्विद आचार्य देवेंद्र प्रसाद त्रिपाठी बताते हैं कि सोमवार को दिन में 4:39 बजे तक अष्टमी तिथि रहेगी। जबकि, सुकर्मा योग रात 11:11 बजे तक और कौलव करण दिन में 4:39 बजे तक रहेगा। इसके साथ चंद्रमा का संचरण मीन व मेष राशि में होगा। आचार्य देवेंद्र बताते हैं कि सोमवार को अष्टमी तिथि पडऩा शुभ होता है। जो व्यक्ति व्रत रखकर भगवान शिव का अभिषेक करेगा उसे साल भर प्रदोष व्रत रखने के बराकर पुण्य की प्राप्ति होगी।
ज्योतिर्विद बोले-मन में करें जप
पाराशर ज्योतिष संस्थान के निदेशक ज्योतिर्विद आचार्य विद्याकांत पांडेय बताते हैं कि श्रावण मास के सोमवार को हर व्यक्ति को भक्तिभाव से रहना चाहिए। पुरुषों को 'ओम नम: शिवाय' व महिलाओं को 'नम: शिवाय' का मन में हर समय जप करना चाहिए। इस सोमवार को अष्टमी तिथि है, जिसके स्वामी स्वयं भगवान शिव हैं। इसके साथ रेवती नक्षत्र है, जिसके स्वामी पूषण नामक सूर्य हैं। यह विशेष संयोग है। शिव साधना से समस्त रुके कार्य अतिशीघ्र पूर्ण होंगे।
शिवालयों में सतर्कता
कोरोना संक्रमण को देखते हुए शिवालयों में विशेष सतर्कता बरती जाएगी। गेट पर सैनिटाइजर व थर्मल स्क्रीनिंग का प्रबंध किया गया है। मॉस्क लगाने वाले श्रद्धालु को ही मंदिर में प्रवेश दिया जा रहा है। मनकामेश्वर, गंगोली शिवालय, शिव कचहरी शिवालय, पंचमुखी, भोले गिरि, तक्षकतीर्थ बड़ा शिवालय, मुकुंदेश्वरनाथ महादेव आदि शिवालयों में भक्तों की सुरक्षा का विशेष प्रबंध किया गया है।