प्रतापगढ़ में खेतों से सड़क तक मुसीबत बने बेसहारा मवेशी, परेशान हो रहे राहगीर, हो रही दुर्घटनाएं

यह बेसहारा मवेशी हाईवे पर भी झुंड लगाकर खड़े हो जाते हैं। इनके हाईवे पर आने से कई बार दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। इसके बावजूद इन्हें गोवंश आश्रय स्थल तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार बेखबर बने हुए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 01 Oct 2020 07:31 PM (IST) Updated:Thu, 01 Oct 2020 07:31 PM (IST)
प्रतापगढ़ में खेतों से सड़क तक मुसीबत बने बेसहारा मवेशी, परेशान हो रहे राहगीर, हो रही दुर्घटनाएं
बेसहारा मवेशी हाईवे पर आने से अक्सर दुर्घटनाएं हो रही हैं।

प्रतापगढ़, जेेेएनएन। क्षेत्र में बेसहारा मवेशी खेतों से लेकर सड़क तक मुसीबत बने हैं। यह  मवेशी किसानों की धान की फसल तो चौपट कर ही रहे हैं, साथ ही अब हाईवे पर झुंड बनाकर चलते हैं। इसके चलते लोगों को आवागमन में भी यह मवेशी मुसीबत बने हैं। अक्सर हादसे होने के बावजूद विभागीय अधिकारी बेपरवाह हैं। लोगों ने कई बार आग्रह किया कि समस्या दूर की जाए मगर उन्हें आश्वासन देकर शांत करा दिया जाता है।

गौरा में बेसहारा मवेशियों की भरमार

विकासखंड गौरा के कई गांव में बेसहारा मवेशियों की भरमार है। यह मवेशी धान की फसलों को चौपट कर रहे हैं, जिससे किसानों की गाढ़ी कमाई डूब रही है। किसानों का कहना है कि वह खाद बीज का इंतजाम कर धान की फसलों को रोपाई करते हैं लेकिन हजारोंबेसहारा मवेशी इन फसलों को चौपट कर देते हैं। इससे उनकी गाढ़ी कमाई भी डूब रही है।

गोआश्रय स्थल पहुंचाने में लापरवाही

इन मवेशियों को गोवंश आश्रय स्थल तक पहुंचाने की जिम्मेदारी ग्राम पंचायत स्तर तक तय की गई है, लेकिन इस ओर हर कोई बेखबर है। इन दिनों पटहटियाकला, फतनपुर, रामापुर, सुवंसा, नौड़ेरा सहित इलाकों में बेसहारा मवेशियों की भरमार है। हद तो यहां तक की हो गई है कि यह बेसहारा मवेशी दिन हो या रात हाईवे पर भी झुंड लगाकर खड़े हो जाते हैं। इनके हाईवे पर आने से कई बार वाहनों की दुर्घटनाएं भी हो चुकी हैं। इसके बावजूद इन्हें गोवंश आश्रय स्थल तक पहुंचाने के लिए जिम्मेदार बेखबर बने हुए हैं जबकि शासन से सख्त आदेश जारी है।

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