नए पुल की डिप्टी सीएम कल रखेंगे आधारशिला

यमुनापार के प्रमुख मार्ग मांडा रोड-प्रतापपुर स्टेट हाईवे पर सबसे पुराने पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद इसके पास ही नारीबारी के करीब गऊघाट में नया पुल बनाया जाएगा। शनिवार को इस पुल की आधारशिला प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रखेंगे। शिलान्यास समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 03 Dec 2020 11:08 PM (IST) Updated:Thu, 03 Dec 2020 11:08 PM (IST)
नए पुल की डिप्टी सीएम कल रखेंगे आधारशिला
नए पुल की डिप्टी सीएम कल रखेंगे आधारशिला

नारीबारी : यमुनापार के प्रमुख मार्ग मांडा रोड-प्रतापपुर स्टेट हाईवे पर सबसे पुराने पुल के क्षतिग्रस्त होने के बाद इसके पास ही नारीबारी के करीब गऊघाट में नया पुल बनाया जाएगा। शनिवार को इस पुल की आधारशिला प्रदेश के उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य रखेंगे। शिलान्यास समारोह की तैयारियां अंतिम चरण में है। गुरुवार को उत्तर प्रदेश राज्य सेतु निगम के अधिकारियों के साथ ही क्षेत्रीय विधायक और भाजपा के कई नेता व पदाधिकारी तैयारियों का जायजा लेने पहुंचे।

नारीबारी के पास गऊघाट में टोंस नदी पर बना पुल काफी पुराना हो गया है। कई स्थानों पर यह क्षतिग्रस्त भी हो चुका है। इसके कारण ही इस पुल पर लगभग भारी वाहनों का आवागमन प्रतिबंधित कर दिया गया था। यहां पर नए पुल की मांग अरसे से की जा रही थी। कुछ माह पहले ही इस पुल की मंजूरी मिली थी। शनिवार को दोपहर में डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य इस पुल की आधारशिला रखने के लिए हेलीकाप्टर से पहुंचेंगे। हेलीपैड बनाया जा चुका है। नए पुल के शिलान्यास को लेकर सेतु निगम द्वारा युद्ध स्तर पर तैयारी की जा रही है। पुराने पुल की मरम्मत, रंगाई-पुताई, हेलीपैड के लिए जमीन समतलीकरण सहित नारीबारी से मवैया पुल तक सड़क पैचिग एवं पटरियों की साफ-सफाई का कार्य गुरुवार को कराया गया। तैयारियों का जायजा लेने बारा विधायक डॉ.अजय भारती एवं भाजपा यमुनापार जिलाध्यक्ष विभवनाथ भारती पहुंचे।

इस संबंध में सेतु निगम के सहायक अभियंता सुभाष शुक्ल ने बताया कि नए पुल की लंबाई 718 मीटर और चौड़ाई साढ़े सात मीटर की रहेगी। इसकी अनुमानित लागत 63 करोड़ 56 लाख रुपये है। लोक निर्माण विभाग के अधिशासी अभियंता महेद्र सिंह ने बताया कि हेलीपैड का काम लगभग पूर्ण हो चुका है। आमजन के बैठने की व्यवस्था की जा रही है। बाढ़ में कई पिलर हो गए थे क्षतिग्रस्त

वर्ष 2014 में टोंस में आई बाढ़ के कारण पुराने पुल के कई पिलर क्षतिग्रस्त और जर्जर हो गए थे। तत्कालीन आयुक्त राजन शुक्ल के निर्देश पर लोहे का एंगल लगा कर पुल को भारी वाहनों के लिए बंद कर दिया गया था। जिससे कोरांव, मेजा और बारा तहसीलों के सैकड़ों गांवों के लोगों को भारी असुविधा हो रही थी। वहीं मीरजापुर, के साथ ही रीवा, सीधी, सतना, मैहर, वाराणसी आने-जाने वाले वाहनों को प्रयागराज से घूम कर जाना पड़ता था। दो दर्जन गांवों को सीधा लाभ

नारीबारी, लेड़ियारी व खीरी क्षेत्र के लगभग दो दर्जन गांव के लोगों को इस पुल से सीधा लाभ मिलेगा। उनका रोज ही इस पुल से आवागमन हो सकेगा। भाजपा नेता अनुराग शुक्ला ने बताया कि लेड़ियारी, बहरैचा, खीरी, पौशला, जोरवट, कैथवल, छापर, गरगटा गांवों के लोग पुल के शिलान्यास को लेकर खुश हैं। पुल के बन जाने से व्यापारियों, किसानों एवं विद्याíथयों को सुविधा मिलेगी। वरुण द्विवेदी, सत्यवीर सिंह, रामअधार, अंकित शुक्ला, विजय लाल गुप्ता ,प्रमोद सिंह, पुष्पेंद्र सिंह, भीम रजक आदि भी तैयारियों को देखने पहुंचे थे।

chat bot
आपका साथी