नरहरपुर अंडर पास के लिए प्रतापगढ़ में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी से मिला प्रतिनिधि मंडल

नीरज ने कहा कि गांव के लोगों को आने-जाने में परेशानी है। कोई बीमार हो जाए तो एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती। लड़की की शादी में बरात रेलवे लाइन पार करके पैदल ही जाती है। प्रमोद तिवारी ने ग्रामसभा वासियों से कहा कि नरहरपुर अंडरपास की समस्या बहुत बड़ी है

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 05 Dec 2021 05:46 PM (IST) Updated:Sun, 05 Dec 2021 05:46 PM (IST)
नरहरपुर अंडर पास के लिए प्रतापगढ़ में कांग्रेस नेता प्रमोद तिवारी से मिला प्रतिनिधि मंडल
डा. नीरज त्रिपाठी के नेतृत्व में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी से मिले।

प्रतापगढ़, जेएनएन। नरहरपुर रेलवे अंडर पास संघर्ष सभा के सदस्यों का एक प्रतिनिधि मंडल कांग्रेस नेता डा. नीरज त्रिपाठी के नेतृत्व में कांग्रेस वर्किंग कमेटी के सदस्य एवं पूर्व राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी से मिले। प्रयागराज में उनको ज्ञापन सौंपा। इस दौरान उनसे ग्रामसभा वासियों ने अपनी समस्याओं को विस्तार से बताते हुए कहा कि प्रयागराज-अयोध्या राजमार्ग (एनएच) 330 से विकासखंड मंगरौरा के नरहरपुर ग्रामसभा के मध्य स्थित क्रासिंग पर अंडर पास न होने से लगभग 30 गांव प्रभावित हैं।

बीमार को ले जाने के लिए एंबुलेंस पहुंचना भी मुश्किल

क्रासिंग पर अंडर पास नहीं होने से नरहरपुर, औरंगाबाद, पूरबपट्टी , पूरे चंदी, अमिलहा, पंचवटी, भागीपुर ,सराय शंकर, मलाक, चिगुड़ा, शिवपुर, बेदू पट्टी, मऊहरिया, पूरे रामदेव, पूरे उदय राम आदि हैं। नीरज ने कहा कि गांव के लोगों को आने-जाने में परेशानी है। कोई बीमार हो जाए तो एंबुलेंस नहीं पहुंच पाती। लड़की की शादी में बरात रेलवे लाइन पार करके पैदल ही जाती है। प्रमोद तिवारी ने ग्रामसभा वासियों को आश्वस्त करते हुए कहा कि नरहरपुर अंडरपास की समस्या बहुत बड़ी समस्या है, डीआरएम एवं उत्तर प्रदेश चीफ सेक्रेटरी से बात कर जल्द से जल्द समस्या का समाधान कराने का पूरा प्रयास करेंगे। इस अवसर पर आलोक चतुर्वेदी, वंश प्रकाश सिंह, राज कपूर सिंह,योगेश सिंह, मोनू मिश्रा,राम रतन तिवारी आदि रहे।

किसानों को बताया मिट्टी के स्वास्थ्य का महत्व

कृषि विज्ञान केंद्र ऐंठू में रविवार को विश्व मृदा दिवस मनाया गया। इस दौरान मिट्टी की उत्पादन शक्ति को बढ़ावा देने को लेकर केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक डाॅ. एके श्रीवास्तव ने किसानों को मृदा के स्वास्थ्य का महत्व बताया। शस्य वैज्ञानिक डॉ. नवीन कुमार सिंह ने फसल अवशेष प्रबंधन के द्वारा भूमि की उर्वरा को बनाए रखने के लिए सुझाव दिया। डा. यतेंद्र कुमार ने किसानों को बताया कि पौधों की वृद्धि पर मिट्टी की लवणता का मुख्य प्रभाव जल अवशोषण में कमी है। इससे मिट्टी में पर्याप्त नमी होने पर भी पानी की अवशोषण में कमी के कारण फसलें मुरझा कर सूख जाती हैं। मृदा स्वास्थ्य को बढ़ाने के लिए किसानों को अपने खेत में हरी खाद,गोबर की खाद का प्रयोग करना चाहिए। पशु चिकित्सक डाॅ. अमित बरनवाल ने पशुपालन के विभिन्न पहलुओं को बताकर किसानों से आग्रह किया।संचालन उद्यान वैज्ञानिक महेंद्र प्रताप सिंह ने किया।

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