रक्षामंत्री ने अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा को दिया आश्वासन Prayagraj News

केसरी देवी ने इस मामले को पिछले दिनों संसद में उठाया लेकिन अब तक कुछ समाधान नहीं निकला। इसलिए तीर्थ पुरोहित दोनों सांसदों के साथ रक्षामंत्री राजनाथ सिंह से मिले।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Thu, 12 Dec 2019 10:52 AM (IST) Updated:Fri, 13 Dec 2019 02:00 PM (IST)
रक्षामंत्री ने अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा को दिया आश्वासन Prayagraj News
रक्षामंत्री ने अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा को दिया आश्वासन Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। सेना की कार्रवाई से नाराज अखिल भारतीय तीर्थ पुरोहित महासभा का एक प्रतिनिधिमंडल ने क्षेत्रीय सांसदों के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिला मिलकर अपनी समस्या बताई। रक्षा मंत्री ने आश्वासन दिया कि संगम क्षेत्र से प्रयागवाल के तख्त नहीं हटाए जाएंगे।

तीर्थ पुरोहितों के तख्‍त को सेना ढहा दिया था

संगम किनारे पूजा पाठ कराने वाले तीर्थ पुरोहितों के तख्त को 14 नवंबर को सेना ने ढहा दिया था। तब से तीर्थ पुरोहितों को पूजा-पाठ कराने में दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। सेना की कार्रवाई का विरोध करते हुए तीर्थ पुरोहितों ने इसकी शिकायत सांसद केसरी देवी और डॉ. रीता बहुगुणा जोशी से की थी। केसरी देवी ने इस मामले को पिछले दिनों संसद में उठाया लेकिन अब तक कुछ समाधान नहीं निकला।

रक्षा मंत्री को अपनी समस्या से अवगत कराया

समाधान न निकलने पर तीर्थ पुरोहित दोनों सांसदों के साथ रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह से मिले। उन्होंने रक्षा मंत्री को अपनी समस्या से अवगत कराया। इस पर रक्षा मंत्री ने बताया कि रक्षा मंत्रालय से प्रयागवाल तीर्थ पुरोहितों के तख्त को हटाने का कोई आदेश नहीं दिया गया था। यह कार्रवाई स्थानीय सेना अधिकारियों एवं जिला प्रशासन की आपसी सहमति के बाद हुई थी। बताया कि एक नवंबर 2019 से सेना ने उस भूमि को जिला प्रशासन को दे दिया है।

रक्षामंत्री ने तीर्थ पुरोहितों के प्रति सहानुभूति जताई

रक्षामंत्री ने तीर्थ पुरोहितों के प्रति सहानुभूति जताई। आश्वासन दिया कि संगम क्षेत्र से तीर्थ पुरोहित प्रयागवालों के तख्त को नहीं हटाया जाएगा। कहा कि प्रदेश सरकार से वार्तालाप करके इस समस्या का स्थाई निदान कराया जाएगा। इस दौरान चंद्रनाथ चकहा मधु, हरिजगन्नाथ शास्त्री, श्रवण कुमार शर्मा, अमित राज वैध आदि थे।

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