Defeat coronavirus infection: प्रयागराज में तीमारदारों के लिए वरदान बनी रक्षा की रसोई, ग्रुप बनाकर शुरू किया किचेन का संचालन
Defeat coronavirus infection दस बजे तक खाना बनाकर पैक कर दिया जाता है। इस दौरान कोरोना गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन किया जाता है। खाने को एक वैन में रखकर वितरित करने के लिए एसआरएन अस्पताल के बाहर पहुंचते हैं और खाने का वितरण किया जाता है।
प्रयागराज, [राजेंद्र यादव]। कोरोना महामारी के इस दौर में अस्पताल में भर्ती संक्रमित मरीजों के तीमारदारों के सामने घोर संकट है। सबसे बड़ी खाने की है। कोरोना कफ्र्यू की वजह से होटल बंद होने से उनके सामने संकट गहरा गया है। ऐसे में इन तीमारदारों के लिए रक्षा श्रीवास्तव की रसोई वरदान बनी हुई है। प्रतिदिन स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के बाहर संक्रमितों के तीमारदारों को भोजन पहुंचा रही हैं।
गोङ्क्षवदपुर की रहने वाली रक्षा श्रीवास्तव एक निजी कंपनी में अधिकारी हैं। उन्होंने दूसरी कंपनी में कार्यरत अधिकारी हिना खान से बात करते हुए कहा कि अस्पताल में भर्ती कोरोना संक्रमित मरीजों के तीमारदार भोजन-पानी को परेशान हो रहे हैं। ऐसे में अगर एक ग्रुप बनाकर इनकी मदद की जरूरत है। इसके बाद हिना खान ने श्रेया शुक्ला, राहुल बनर्जी, दिलीप कुशवाहा, शौर्य कुशवाहा, आदित्य, मनीष तिवारी समेत बड़ी संख्या में युवाओं की टोली बनाई। ये सभी विभिन्न कंपनियों में अधिकारी व कर्मचारी हैं। प्रतिदिन दो सौ लोगों के खाने की व्यवस्था के लिए बजट का खुद इंतेजाम किया। रक्षा ने छोटे भाई के बंद पड़े रेस्टारेंट की रसोई को खाना बनाने के लिए इस्तेमाल किया। एक मई से शुरू हुई यह मुहिम अब लगातार चल रही है। वे बताती हैं कि प्रतिदिन सुबह चार बजे वह उठ जाती हैं। भाई असर्व, सहकर्मी श्रेया शुक्ला, स्वाती श्रीवास्तव, संकुल प्रियदर्शनी, दीपशिखा, दीक्षा आदि के साथ खाना बनाने के काम में जुट जाती हैं। हर हाल में दस बजे तक खाना बनाकर पैक कर दिया जाता है। इस दौरान कोरोना गाइड लाइन का पूरी तरह से पालन किया जाता है। खाने को एक वैन में रखकर राहुल बनर्जी, दिलीप कुशवाहा आदि वितरित करने के लिए स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल के बाहर पहुंचते हैं। यहां सुबह 11 बजे से एक बजे तक खाने का वितरण किया जाता है। राहुल बनर्जी का कहना है कि ग्रुप के सभी सदस्य इसमें बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
दवा भी पहुंचाने की है व्यवस्था
ग्रुप द्वारा संक्रमित के अलावा सामान्य मरीजों को भी दवा पहुंचाने की भी व्यवस्था है। इसके लिए हेल्पलाइन नंबर 9198510001 भी जारी किया गया है। वाट्सएप, फेसबुक पर इसका प्रचार भी किया जा रहा है। राहुल बनर्जी का कहना है कि 24 घंटे ये नंबर खुला रहता है। कोई भी जरूरतमंद इस पर कॉल करके दवा और भोजन के लिए मदद पा सकता है।