Murder Case: बुढ़ापे का सहारा छिना तो गहरे सदमे से बेसुध हो गए प्रयागराज में दीनानाथ
इकलौते बेटे की मौत से दीनानाथ पर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिवार के लोग उन्हें संभालने का प्रयास करते रहे। घटना के कई घंटे बाद भी पानी तक नहीं पीने से वह प्यास और थकाने से कई बार मूर्छित होकर गिरे।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। पहले ही दो पत्नियों की मौत के गम से दुखी दीनानाथ पांडेय बुधवार दोपहर बेटे की गोली लगने से मौत के बाद बुढ़ापे का सहारा छिनने पर गहरे आघात की वजह से बेसुध हो गए। इकलौते बेटे की मौत से बुधवार को उनके ऊपर दुखों का पहाड़ टूट पड़ा। परिवार के लोग उन्हें संभालने का प्रयास करते रहे।घटना के कई घंटे बाद भी पानी तक नहीं पीने से वह प्यास और थकाने से कई बार मूर्छित होकर गिरे।
दो पत्नी का निधन होने पर खुद किया था पालन-पोषण
नैनी थाना क्षेत्र के अरैल ग्राम सभा सच्चा बाबा नगर मोहल्ला निवासी दीनानाथ पांडेय की पहली पत्नी से एक पुत्र अभिलाष और बेटी अलका का जन्म हुआ था। अभिलाष दो साल का ही था कि उसकी मां गुजर गई। बच्चे का लालन पालन करने के लिए परिवार वालों के कहने पर उन्होंने दूसरी शादी कर ली थी। कुछ साल साथ निभाने के बाद दूसरी पत्नी का भी निधन हो गया। इसके बाद उन्होंने शादी नहीं की। बच्चों को मां बाप दोनों का प्यार देते हुए उन्हें किसी तरह बड़ा किया। घर-घर जाकर पूजा पाठ कर वह परिवार का पालन पोषण करते हैं। बुधवार दोपहर उन्हें बेटे अभिलाष की गोली लगने की सूचना मिली, तो वह सदमे में डूब गए। रोते बिलखते किसी तरह घर पहुंचे तो लोग उन्हें अस्पताल ले गए थे। तब तक उन्हें आस थी कि गोली लगी है लेकिन बेटा जीवित बच जाएगा, मगर कुछ देर बाद उसकी मौत की खबर सुनकर वह गहरे आघात की वजह से बेसुध हो गए। लोगों ने पानी छिड़क कर उन्हें होश में लाया तो बेटी अलका से पूछा- बेटे का क्या हाल है। बेटी कुछ बताती इससे पहले वह फिर बेहोश हो गए। उनकी दशा देख पुलिस उनसे पुछताछ करने की हिम्मत नहीं जुटा सकी। पुलिस को तहरीर देकर उन्होंने पड़ोस में रहने वाले विवेक तिवारी पुत्र अशोक तिवारी पर गोली मारने का आरोप लगाया। लेकिन घटना का कारण नहीं बता सके। इंस्पेक्टर कुशल पाल सिंह का कहना है कि विवेक तिवारी के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मृतक के पिता हत्या का कारण नहीं बता सके हैं। बेटे की मौत की वजह से उनकी दशा ठीक नहीं है, जिससे पूछताछ नहीं हो सकी है।