कोरोना महामारी से मौत दर मौत, प्रयागराज में 11 और ने दम तोड़ा, अब बेकाबू हो रहा संक्रमण

होम आइसोलेशन की सुविधा दी जाने लगी है तब से अब तक 34040 लोग घर में रहते ही स्वस्थ किए जा चुके हैं। शुक्रवार को भी कोविड अस्पतालों में जितने भी लोगों का दम टूटा उनमें अधिकांश फेफड़े में आई बड़ी दिक्कत से ग्रसित रहे।

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sat, 17 Apr 2021 06:00 AM (IST) Updated:Sat, 17 Apr 2021 08:07 AM (IST)
कोरोना महामारी से मौत दर मौत, प्रयागराज में 11 और ने दम तोड़ा, अब बेकाबू हो रहा संक्रमण
कोविड संक्रमण से प्रत्येक दिन 2000 के आसपास लोगों के संक्रमित होने से चिंता हर किसी को करनी चाहिए।

प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस जिस तेजी से फैल रहा है उससे संकट के बादल अब भी मंडरा रहे हैं। हालांकि गुरुवार की अपेक्षा कुछ राहत रही। शुक्रवार को 11 कोविड संक्रमितों की मौत हुई, नए संक्रमित 2236 मिले। कोरोना से बिगड़ती स्थितियों के बीच अच्छी खबरें भी आने लगी हैं। डाक्टरों की तेजी का परिणाम है कि एक दिन में 863 लोग डिस्चार्ज हुए। इनमें 55 को कोविड अस्पतालों से छुट्टी मिली। मरीजों के स्वस्थ होने का यह अब तक का नया रिकॉर्ड है।  

संकट के बादल मंडरा रहे, सतर्कता की जरूरत

कोविड संक्रमण से प्रत्येक दिन 2000 के आसपास लोगों के संक्रमित होने से चिंता हर किसी को करनी चाहिए। सीएमओ कार्यालय से मिली सूचना के अनुसार शुक्रवार को होम आइसोलेशन से 808 लोगों को डिस्चार्ज किया गया। यह घर में इलाज के दौरान एक दिन में डिस्चार्ज होने की अब तक की सबसे अधिक संख्या है। कोरोना-19 की शुरुआत जब से हुई है और इसमें होम आइसोलेशन की सुविधा दी जाने लगी है तब से अब तक 34040 लोग घर में रहते ही स्वस्थ किए जा चुके हैं। हालांकि कोरोना से हो रही रही मौतें दुखद हैं। शुक्रवार को भी कोविड अस्पतालों में जितने भी लोगों का दम टूटा उनमें अधिकांश फेफड़े में आई बड़ी दिक्कत से ग्रसित रहे।  

फेफड़े में सफेदी से हो रही दिक्कत

कोविड-19 के नोडल अधिकारी डा. ऋषि सहाय ने बताया कि अस्पतालों में डाक्टर पूरा प्रयास कर रहे हैं कि किसी की जान न जाए। अधिकांश मरीज ऐसे भर्ती हो रहे हैं जिनके फेफड़े में सफेदी है। बताया कि लोग थोड़ी भी दिक्कत महसूस होने पर कोरोना जांच में कोई संकोच या लेटलतीफी न करें। क्योंकि देरी करने पर ही मर्ज बढ़ रहा है। 

जांच कराने में लापरवाही बरत रहे लोग

कोरोना वायरस का संक्रमण जिस तेजी से फैल रहा है, घर-घर में लोग बीमार हैं उसकी अपेक्षा जांच केंद्रों पर लोग अब भी कम पहुंच रहे हैं। एक दिन में 11969 लोगों ने ही जांच कराई। जबकि आरटीपीसीआर के लिए शहर में दर्जनों टीमें भ्रमणशील हैं। घर-घर जाकर जांच के लिए कहा जा रहा है। वहीं शहर के अलग-अलग क्षेत्रों, नैनी, झूंसी तथा फाफामऊ में भी जांच केंद्र संचालित हैं और जांचें मुफ्त में हो रही हैं।

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