दीक्षा समारोह : मेहनत का इनाम पाकर खिलखिला उठीं बेटियां

उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय..। गुरुवार का दिन..। सरस्वती परिसर स्थित नवनिर्मित अटल प्रेक्षागृह में कुलाधिपति स्वर्ण समेत कुल 19 पदक मेधावियों (पांच छात्र और 14 छात्राएं) के गले में पड़े तो मेहनत का इनाम पाकर उनके चेहरे खिल उठे। मानों बेटियों के हौसले को नई उड़ान भरने के पंख लग गए हों। फिर राज्यपाल ने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को पाठ्य सामग्री और उनके साथ पहुंचीं दो शिक्षिकाओं को फलों की टोकरी भेंट की। दीक्षा भाषण देने के बाद राष्ट्रगान और शोभा यात्रा सभागार से विपरीत क्रम में रवाना हो गई।

By JagranEdited By: Publish:Fri, 05 Mar 2021 05:37 AM (IST) Updated:Fri, 05 Mar 2021 05:37 AM (IST)
दीक्षा समारोह : मेहनत का इनाम पाकर खिलखिला उठीं बेटियां
दीक्षा समारोह : मेहनत का इनाम पाकर खिलखिला उठीं बेटियां

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : उत्तर प्रदेश राजर्षि टंडन मुक्त विश्वविद्यालय..। गुरुवार का दिन..। सरस्वती परिसर स्थित नवनिर्मित अटल प्रेक्षागृह में कुलाधिपति स्वर्ण समेत कुल 19 पदक मेधावियों (पांच छात्र और 14 छात्राएं) के गले में पड़े तो मेहनत का इनाम पाकर उनके चेहरे खिल उठे। मानों बेटियों के हौसले को नई उड़ान भरने के पंख लग गए हों। फिर राज्यपाल ने प्राथमिक विद्यालय के बच्चों को पाठ्य सामग्री और उनके साथ पहुंचीं दो शिक्षिकाओं को फलों की टोकरी भेंट की। दीक्षा भाषण देने के बाद राष्ट्रगान और शोभा यात्रा सभागार से विपरीत क्रम में रवाना हो गई।

55 मिनट की देरी से शोभा यात्रा सभागार में प्रवेश करती है। सबसे आगे कुलसचिव फिर विद्या परिषद और कार्य परिषद के सदस्य, इसके बाद विभिन्न विद्याशाखा के निदेशक। उनके पीछे कुलपति, मुख्य अतिथि और सबसे अंत में कुलाधिपति। शोभा यात्रा का स्वागत स्वयंसेवकों ने ढोल-नगाड़े की थाप से किया। मंच पर कुलाधिपति आनंदी बेन पटेल, मुख्य अतिथि मुकुल कानिटकर और कुलपति प्रो. कामेश्वर नाथ सिंह के पहुंचते ही छात्राओं की टीम ने कुलगीत प्रस्तुत किया। फिर औपचारिक ढंग से दीप प्रज्ज्वलन के बाद समारोह की शुरुआत होती है। कुलाधिपति की अनुमति पर कुलपति ने उपाधि पाने वालों को अनुशासनादेश की प्रतिज्ञा दिलाई। अगली कड़ी में तीन शोधार्थियों को पीएचडी व विभिन्न विद्याशाखा के 28 हजार 659 शिक्षाíथयों को उपाधि प्रदान की गई। किसान की बेटी लक्ष्मी को कुलाधिपति समेत तीन स्वर्ण पदक

बीएड की परीक्षा में सर्वाधिक अंक पाकर कुलाधिपति समेत तीन स्वर्ण पदक हासिल करने वाली लक्ष्मी गुप्ता ग्रामीण पृष्ठभूमि से आती हैं। लक्ष्मी ने बताया कि पिता विजय कुमार किसान व मां सविता गृहणी हैं। तीन बहन और दो भाइयों में सबसे बड़ी लक्ष्मी ने वर्ष 2009 में गोरखपुर विवि से बीएससी फिर 2010 में बीटीसी, 2015 में एमएससी और 2020 में मुविवि से बीएड की उपाधि हासिल की। एक अगस्त 2013 को गोरखपुर के सहजनवां स्थित प्राथमिक विद्यालय कसरवल में सहायक अध्यापक के तौर पर कार्यभार ग्रहण किया। फिर 29,334 भर्ती में सहायक अध्यापक (गणित विषय) के रूप में चयन होने के बाद उच्च प्राथमिक विद्यालय, टेकुआपाती सहजनवा गोरखपुर में 26 सितंबर 2015 में कार्यभार ग्रहण किया। लक्ष्मी का कहना है सेवा में आने के बाद ऐसा लगा कि अब तो पढ़ाई संभव नहीं है। माध्यमिक शिक्षा में जाने के लिए बीएड की आवश्यकता प्रतीत हुई। जब दूरस्थ शिक्षा के बारे में जानकारी हुई तो आशा की किरण दिखाई दी। सेवा में आने के बाद उत्तर प्रदेश राजíष टंडन मुक्त विश्वविद्यालय (दूरस्थ शिक्षा) से स्वर्ण पदक के लिए चुना जाना वास्तव में मेरे लिए सुखद एवं गरिमामयी क्षण है। राज्यपाल ने किया अटल प्रेक्षागृह का लोकार्पण

राज्यपाल ने विश्वविद्यालय में नवनिíमत अत्याधुनिक प्रेक्षागृह का लोकार्पण किया। प्रेक्षागृह का नामकरण भारत रत्न पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर किया गया। यह प्रेक्षागृह अत्याधुनिक सुविधाओं से सुसज्जित है। इसमें एक साथ एक हजार लोगों के बैठने की क्षमता है। साथ ही डायस पर एक साथ 200 अतिथि बैठ सकते हैं। उक्त भवन का निर्माण कंस्ट्रक्शन एंड डिजाइन सíवसेज यूनिट- 33 उत्तर प्रदेश जल निगम प्रयागराज के तहत मेसर्स राजेश इंजीनियरिंग एसोसिएट ने किया। प्रेक्षागृह का शिलान्यास तत्कालीन राज्यपाल राम नाईक ने किया था।

स्नातकोत्तर वर्ग में स्वर्ण पदक

देवरिया स्थित सिंगासनी देवी महिला महाविद्यालय अध्ययन केंद्र में एमए संस्कृत के छात्र रंजय कुमार सिंह, मऊ के भीटी स्थित किसान मजदूर महाविद्यालय में एमए राजनीति शास्त्र के छात्र रजत विश्वकर्मा, मथुरा के नंदगांव स्थित श्री रतिराम महाविद्यालय में एमकॉम की छात्रा तिवारी स्वाति रमाशकर और एमएससी बॉयोकेमेस्ट्री के छात्र स्वप्निल चौहान के अलावा आजमगढ़ के बरसरा खालसा (कोइनहां) स्थित श्री बाबा साधवराम महाविद्यालय में एमए शिक्षाशास्त्र की छात्रा नेहा सिंह को विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक दिया गया। स्नातक वर्ग में स्वर्ण पदक

आंबेडकरनगर के लारपुर रोड स्थित सरदार पटेल स्मारक महाविद्यालय अध्ययन केंद्र में बीए की छात्रा विभा यादव, कानपुर देहात के पुखरायां स्थित रामस्वरूप ग्रामोद्योग स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीए की छात्रा रिद्धि सिंह, मथुरा के नंदगांव स्थित श्री रतिराम महाविद्यालय में बीकॉम की छात्रा अंजली, देवरिया स्थित सर्वोदय कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी एंड मैनेजमेंट में बीसीए की छात्रा वीनस चौरसिया, दीन दयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय में बीएड की छात्रा लक्ष्मी गुप्ता, आजमगढ़ के बरसरा खालसा (कोइनहां) स्थित श्री बाबा साधवराम महाविद्यालय में बीएससी के छात्र अभिनंदन यादव को स्नातक वर्ग में विश्वविद्यालय स्वर्ण पदक दिया गया। दानदाता स्वर्ण पदक

गोरखपुर विश्वविद्यालय में बीएड की छात्रा लक्ष्मी गुप्ता को बाबू ओमप्रकाश गुप्त स्मृति स्वर्ण पदक, प्रयागराज केंद्र की छात्रा शगुफ्ता खान को श्री कैलाशपत नेवेटिया स्मृति स्वर्ण पदक, कानपुर देहात के पुखरायां स्थित रामस्वरूप ग्रामोद्योग स्नातकोत्तर महाविद्यालय में बीए की छात्रा रिद्धि सिंह को स्वर्गीय अनिल मीना चक्रवर्ती स्मृति स्वर्ण पदक, गोरखपुर क्षेत्रीय केंद्र में एमए समाजकार्य की छात्रा आशा यादव को स्वर्गीय अनिल मीना चक्रवर्ती स्मृति स्वर्ण पदक, प्रयागराज के कौंधियारा स्थित मोतीलाल नेहरू डिग्री कॉलेज में एमए इतिहास के छात्र मनीष कुमार मिश्र को प्रो. एमपी दुबे पर्यावरण/गाधी चिंतन एवं शांति अध्ययन उत्कृष्टता स्वर्ण पदक, जौनपुर स्थित टीडी कॉलेज केंद्र में बीएड के छात्र शाहनवाज सिद्दीकी को प्रो. एमपी दुबे दिव्याग मेधा स्वर्ण पदक और आजमगढ़ के कोइनहां स्थित बाबा साधव राम महाविद्यालय में एमए हिदी की छात्रा निकिता को महान राष्ट्रकवि श्रद्धेय पं. सोहन लाल द्विवेदी स्मृति स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया।

chat bot
आपका साथी