प्रयागराज में बढ़ रहा हर दिन खतरा, पहली बार एक दिन में 12 की मौत और 2142 नए मिले संक्रमित
कोरोना वायरस से शहर में कई अस्पतालों के जूनियर और सीनियर डाक्टर संक्रमित हो गए हैं। इनमें वात्सल्य हास्पिटल के निदेशक डा. नीरज अग्रवाल भी शामिल हैं जबकि उनका ही अस्पताल सबसे पहले निजी क्षेत्र में कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाया गया था।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस के नए वैरिएंट से अब खतरा बढ़ गया है। मौत का जलजला कब किसे बहा ले जाए यह कह पाना कठिन है। कोरोना से संक्रमित होकर इलाज के लिए भर्ती 12 लोग मंगलवार को काल कवलित हो गए। वहीं नए संक्रमितों की संख्या भी कोविड-19 के एक साल के इतिहास में पहली बार दो हजार की संख्या को पार कर गई। एक ही दिन में 2142 नए संक्रमित मिले हैं। विडंबना यह भी है कि कोरोना से वह भी सुरक्षित नहीं रह पा रहे हैं जिनके कंधों पर लोगों को स्वस्थ करने की जिम्मेदारी है।
मौत का जलजला बनकर आया कोरोना का नया वैरिएंट
कोरोना वायरस से शहर में कई अस्पतालों के जूनियर और सीनियर डाक्टर संक्रमित हो गए हैं। इनमें वात्सल्य हास्पिटल के निदेशक डा. नीरज अग्रवाल भी शामिल हैं जबकि उनका ही अस्पताल सबसे पहले निजी क्षेत्र में कोविड डेडिकेटेड हॉस्पिटल बनाया गया था। मंगलवार को मिले नए संक्रमितों में एमएनएनआइटी के एक प्रोफेसर, युनाइटेड इंजीनियरिंह कालेज के शिक्षक, हाईकोर्ट के अधिवक्ता, जज, हाईकोर्ट के कार्यालय सहायक, कृषि विश्वविद्यालय के सीनियर एकाउंटेंट, कॉल्विन अस्पताल के मुख्य टेक्नीशियन, एयर फोर्स अथॉरिटी के जूनियर एयर ट्रैफिक कंट्रोलर, स्कूलों के शिक्षक और बैंक कर्मी शामिल हैं। इनमें किसी को कोविड अस्पतालों में भर्ती किया गया, किसी को होम आइसोलेशन की सुविधा दी गई है।