चीन निर्मित वस्तुओं का त्याग करेंगे दंडी संन्यासी, स्वदेशी वस्तु अपनाने का लिया संकल्प Prayagraj News
अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के अध्यक्ष स्वामी ब्रह्माश्रम ने प्रण किया कि उसी घर में प्रवचन व धार्मिक अनुष्ठान करेंगे जहां चीन में बनी वस्तुओं का प्रयोग नहीं होगा।
प्रयागराज,जेएनएन। चीन से तनातनी के बीच दंडी संन्यासियों ने स्वदेशी वस्तु अपनाने का प्रण लिया है। चीन में बनी वस्तुओं का पूरी तरह से त्याग करेंगे। भक्तों व समाज में जागृति फैला रहे हैं। 10 वर्षों से 'स्वदेशी अपनाओ-विदेशी भगाओ ' की मुहिम चलाने वाले जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम चीन को भारत का सबसे बड़ा शत्रु मानते हैं।
रोज 20 घरों में दे रहे स्वदेशी अपनाने का संदेश
स्वामी महेशाश्रम चीन में निर्मित मोबाइल, इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मूर्तियां, देवी-देवताओं के वस्त्र व श्रृंगार सामग्री, राखी, झालर, सजावटी सामान, खिलौने आदि का बहिष्कार करवा रहे हैं। रोज 20 घरों में स्वदेशी अपनाने का संदेश देतेे हैं। अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद के अध्यक्ष स्वामी ब्रह्माश्रम ने प्रण किया कि उसी घर में प्रवचन व धार्मिक अनुष्ठान करेंगे जहां चीन में बनी वस्तुओं का प्रयोग नहीं होगा। भारत रक्षा मंच के प्रभारी स्वामी विश्वस्वरूप ब्रह्मचारी का मत है कि चीन को आर्थिक चोट देकर ही सुधारा जा सकता है। कुछ ऐसा ही मत मनकामेश्वर मंदिर के प्रभारी ब्रह्मचारी श्रीधरानंद का है। वह भी मुहिम चला रहे हैं।
स्वदेशी अपनाकर भारत बन सकता है विश्वगुरु
स्वदेशी अपनाकर ही भारत विश्वगुरु बन सकता है। यह दुर्भाग्य है कि हम अपने सबसे बड़े शत्रु चीन को आर्थिक रूप से मजबूत करते रहे हैं।
- विश्वस्वरूप ब्रह्मचारी, प्रभारी भारत रक्षा मंच।
पीएम का प्रभावी कदम
चीन के खिलाफ प्रधानमंत्री के नेतृत्व में प्रभावी कदम उठाया जा रहा है। हमने चाइनीज वस्तुओं के बहिष्कार का निर्णय लिया।
- जगद्गुरु स्वामी महेशाश्रम, पीठाधीश्वर सनातन ज्ञान पीठ।
सरकार ने उठाया अच्छा कदम
चीन को आर्थिक चोट पहुंचाने के लिए सरकार ने अच्छा कदम उठाया है। दंडी संन्यासी सरकार की मुहिम को गति दे रहे हैं।
- स्वामी ब्रह्माश्रम, अध्यक्ष अखिल भारतीय दंडी संन्यासी परिषद।
हर श्रद्धालु से चीनी वस्तुओं के त्याग करता हूं अपील
चीन की वस्तुओं का त्याग करने के लिए मैं हर श्रद्धालु से लगातार अपील कर रहा हूं। आम लोग भी स्वदेशी वस्तु अपना रहे हैं।
- ब्रह्मचारी श्रीधरानंद, प्रभारी मनकामेश्वर मंदिर।