साइबर शातिरों ने हेड कांस्टेबल समेत सात को ठगा

साइबर शातिरों ने अब हेड कांस्टेबल समेत सात लोगों को अपना शिकार बनाया है। अलग-अलग झांसा देकर उनके खाते से रकम उड़ाई गई। इससे परेशान पीड़ितों ने गुरुवार को पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। सभी मामलों में पुलिस जांच कर रही है।

By JagranEdited By: Publish:Thu, 22 Jul 2021 07:29 PM (IST) Updated:Thu, 22 Jul 2021 07:29 PM (IST)
साइबर शातिरों ने हेड कांस्टेबल समेत सात को ठगा
साइबर शातिरों ने हेड कांस्टेबल समेत सात को ठगा

जागरण संवाददाता, प्रयागराज : साइबर शातिरों ने अब हेड कांस्टेबल समेत सात लोगों को अपना शिकार बनाया है। अलग-अलग झांसा देकर उनके खाते से रकम उड़ाई गई। इससे परेशान पीड़ितों ने गुरुवार को पुलिस थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई है। सभी मामलों में पुलिस जांच कर रही है।

पुलिस लाइन में रहने वाले हेड कांस्टेबल मुनील कुमार चौबे के खाते से कई बार में 29 हजार रुपये निकाले गए। चौंकाने वाली बात यह है कि उन्होंने अपना एटीएम कार्ड का नंबर और खाते की जानकारी किसी को भी नहीं दी थी। इसके बावजूद खाते से पैसे गायब हो गए। म्योर रोड पर रहने वाले विकास मिश्र के खाते से शातिरों ने तीन बार में 50 हजार रुपये निकाल लिए। विकास ने पुलिस को बताया कि उनके पास सचिन शर्मा नामक युवक फौजी बनकर फोन किया। फिर मकान दिलाने के बहाने पैसे लिए। वहीं, विकास भवन के पास रहने वाले गोपाल यादव के पेटीएम में धोखाधड़ी करके 46 हजार 500 रुपये निकाले गए। तीनों ने कर्नलगंज थाने में मुकदमा दर्ज कराया है। मुट्ठीगंज में रहने वाली शिवांगी केशरवानी को नौकरी दिलाने के नाम पर साढ़े 16 हजार रुपये बतौर प्रोसेसिग फीस के रूप में ठग लिए गए। म्योराबाद में रहने वाले हरिनारायण के पास साइबर शातिर ने बैंक आफ बड़ौदा का कर्मचारी बनकर फोन किया और फिर एटीएम कार्ड नंबर अपडेट करने के नाम पर 20 हजार रुपये निकाल लिए गए। निरुपमा कालोनी बेली कैंट में रहने वाले छात्र पंकज वर्मा के खाते से केवाइसी अपडेट करने के नाम पर 10 हजार रुपये ठगे। इसी तरह मधुबन बिहार कालोनी निवासी अनुज कुमार के खाते से तीन बार में 54 हजार रुपये साइबर शातिरों ने उड़ा दिए।

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