Mahashivratri: लाखों श्रद्धालुओं ने पावन संगम में लगाई आस्था की डुबकी Prayagraj News

महाशिवरात्रि स्‍नान पर्व के साथ ही आज माघ मेला-2020 का समापन हो जाएगा। श्रद्धालुओं की सुविधा को माघ मेला में संगम के सरकुलेटिंग एरिया के स्नान घाट दुरुस्त कराए गए हैं।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Fri, 21 Feb 2020 08:18 AM (IST) Updated:Fri, 21 Feb 2020 06:08 PM (IST)
Mahashivratri: लाखों श्रद्धालुओं ने पावन संगम में लगाई आस्था की डुबकी Prayagraj News
Mahashivratri: लाखों श्रद्धालुओं ने पावन संगम में लगाई आस्था की डुबकी Prayagraj News

प्रयागराज, जेएनएन। माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर साढ़े पांच लाख श्रद्धालुओं ने संगम समेत गंगा के पावन जल में डुबक लगाई। स्नान शुक्रवार की भोर से शुरू हो गया था। हजारों श्रद्धालु सुबह ही संगम समेत गंगा के विभिन्न स्नान घाटों पर आस्था की डुबकी लगा चुके थे। मौसम खराब होने के बाद भी श्रद्धालुओं के जोश में कमी नहीं आई। मेला प्रशासन ने लगभग 10 लाख श्रद्धालुओं के स्‍नान का अनुमान लगाया था। मेला प्रशासन के अनुसार सुबह नौ बजे तक लगभग दो लाख श्रद्धालुओं ने पावन संगम में आस्था की डुबकी लगाई।

महाशिवरात्रि पर आस्थावानों की भीड़

माघ मेला में नौ फरवरी को कल्पवास समाप्त होने के बाद कल्पवासी और ज्यादातर संत-महात्मा लौट चुके हैैं। संगम की रेती पर कुछ ही साधु-संत महाशिवरात्रि के स्नान को रुके रहे। अलबत्ता, दुकानें समेत मेले के आकर्षण झूले आदि अभी हैैं। संगम पर रोज काफी संख्या में श्रद्धालु व पर्यटक पहुंचते हैैं। माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि पर आस्थावानों की भीड़ मेला क्षेत्र में जुटी है। 

खास बातें

10 लाख श्रद्धालुओं के स्नान पर्व पर डुबकी लगाने का अनुमान

08 मजिस्ट्रेटों की मेले में भोर से ही लगाई गई है ड्यूटी

10 स्नान घाटों पर होगा स्नान, संगम व दारागंज में हुए विशेष प्रबंध

06 मजिस्ट्रेट शहर व आसपास के शिवालयों में रहेंगे तैनात।

मेला प्रशासन ने स्‍नानार्थियों की सुविधा का प्रबंध किया

स्‍नान पर्व को सकुशल संपन्न कराने के लिए मेला प्रशासन की ओर से तैयारियां पूरी कर ली गई हैैं। स्नान घाटों से लेकर चकर्ड प्लेटें तक दुरुस्त कर ली गई हैैं। बिजली आपूर्ति, जलापूर्ति और शौचालयों के प्रबंध भी स्नान घाटों पर किए गए हैैं। स्नान घाटों की बालू भरी बोरियों को दुरुस्त कराया दिया गया है। घाटों के पास कांसा भी बिछा दिया गया है। पीडब्ल्यूडी की ओर से पांटून पुलों व सड़कों पर बिछाईं गईं चकर्ड प्लेटों को भी ठीक कर दिया गया है। वैसे इस स्नान पर्व के बाद से ही पांटून पुलों से पीपे निकलने लगेंगे। 

आठ मजिस्ट्रेट तैनात

स्नान पर्व के लिए मेला में आठ मजिस्ट्रेट तैनात किए गए हैैं। पर्याप्त संख्या में पुलिस भी लगाई गई है। घाटों पर गोताखोरों के साथ जल पुलिस भी मुस्तैद की गई है। संगम के साथ शिवालयों में तैयारियां तेज हो गई हैैं। साफ-सफाई से लेकर अन्य प्रबंध किए जा रहे हैैं। मनकामेश्वर मंदिर, नागवासुकि मंदिर, अरैल स्थित सोमेश्वर महादेव मंदिर, पडि़ला महादेव व लालापुर स्थित मनकामेश्वर मंदिर में भी मजिस्ट्रेटों की तैनाती की गई है।

खराब मौसम में भी आस्था

गुरुवार की रात से एक बार फिर मौसम बदल गया है। आसमान में अचानक बादल छा गए और रिमझिम बारिश हुई। इससे जाती हुई ठंड भी ठिठक गई है। शुक्रवार की सुबह भी बादल चमक-कड़क रहे हैं। खराब मौसम के बावजूद महाशिवरात्रि पर्व पर संगम स्नान के लिए जाने वाले भक्तों को कोई फर्क नहीं पड़ रहा है। उनका एक ही ध्येय है कि संगम में आस्था की वह डुबकी लगाएं। 

मेलाधिकारी रजनीश कुमार मिश्र कहते हैं कि

माघ मेला के अंतिम स्नान पर्व महाशिवरात्रि की तैयारी पूरी कर ली गई है। स्नान घाटों को दुरुस्त करा दिया गया है। धूल न उड़े इसलिए मार्गों पर पानी का छिड़काव कराया जा रहा है। आने वाले श्रद्धालुओं के लिए काफी प्रबंध किए गए हैैं।

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