आतंकी खतरे के हाई अलर्ट के दौरान भी लूटपाट कर भाग जा रहे अपराधी Prayagraj News
आतंकी खतरे की आशंका से प्रया्गराज में भी हाई अलर्ट घोषित किया गया है। इस दौरान पुलिस की मुस्तैदी इसी बीत से पता चलती है कि शहर में लूटपाट कर अपराधी भाग जा रहे हैं।
प्रयागराज, जेएनएन। रविवार शाम 5.45 बजे। सिविल लाइंस में पीवीआर के निकट चौराहा। कोचिंग से लौट रही छात्रा के हाथ से मोबाइल फोन छीनकर बाइक सवार दो बदमाश सरदार पटेल मार्ग पर सुभाष चौराहा की तरफ भागे। 100 नंबर पर सूचना के बीस मिनट बाद पुलिस पहुंची। वहीं रविवार रात करीब 8.30 बजे कंपनी बाग के पीछे निजी अस्पताल के सुरक्षा गार्ड से बदमाश बंदूक लूटकर फरार हो गए। सुनसान सड़क की वजह से इस सड़क पर शाम ढलते ही पेट्रोलिंग का आदेश है मगर जार्जटाउन पुलिस बेफिक्र है।
पुलिस और क्राइम ब्रांच को अपराधी ठेंगा दिखाते घूम रहे
यह रविवार को तीन घंटे के भीतर घटी दो वारदात हैं। वह भी बीच शहर वीआइपी इलाके में। दोनों आपराधिक घटनाएं शाम को छह से नौ बजे के पीक आवर में हुई जिस वक्त लोग घूमने-फिरने और खरीदारी करने के लिए निकलते हैं। इस दौरान वैसे भी पुलिस को पैदल गश्त के आदेश हैं मगर सच तो यह है कि प्रयागराज की पुलिस और क्राइम ब्रांच को अपराधी ठेंगा दिखाते घूम रहे हैं। पुलिसिंग का यह बुरा हाल तब है जब अयोध्या विवाद का फैसला सुनाए जाने के मद्देनजर शासन स्तर से प्रदेश में हाई अलर्ट घोषित किया गया है। जरा चेकिंग और चौकसी की हकीकत देखिए। सिविल लाइंस और जार्जटाउन की चौड़ी और खुली सड़कों पर एक किलोमीटर की दूरी भी 2-3 मिनट में तय की जा सकती है लेकिन रविवार की शाम छात्रा से मोबाइल छिनैती के बाद पुलिस को उसके पास आने में 20 मिनट से ज्यादा लग गए।
चेकिंग के दिखावे के वक्त ही छिनैती
छात्रा से छिनैती के वक्त आतंकी खतरे पर रोकथाम के लिए पीवीआर में पुलिस चेकिंग कर रही थी। ऐसे में साफ है कि पुलिस की चेकिंग और चौकसी महज दिखावा है। जब बीच शहर में लुटेरे आराम से वारदात कर भाग रहे हैं तो सवाल यह है कि यह पुलिस आतंकियों को कैसे पकड़ेगी। इस पर डीआइजी रेंज का कहना है कि पुलिस को वारदात की सूचना पर त्वरित कार्रवाई के आदेश जारी किए गए हैं।