Covid-19: प्रयागराज में Oxygen की खपत तीन गुना बढ़ी, जरूरत के हिसाब से नहीं पा रही आपूर्ति, कालाबाजारी भी शुरू

Covid-19 स्वरूपरानी नेहरू कोविड अस्पताल (एसआरएन) में इन दिनों करीब 500 मरीज भर्ती हैं। यहां आइसीयू की कुल 50 बेड समेत 450 बेड पर आक्सीजन की पाइप सप्लाई है। ऑक्सीजन सप्लाई के नोडल डॉक्टर आरजे सिद्दकी का कहना है कि एक हफ्ते से खपत तीन गुना ज्यादा हो गई है।

By Brijesh SrivastavaEdited By: Publish:Mon, 19 Apr 2021 02:25 PM (IST) Updated:Mon, 19 Apr 2021 02:25 PM (IST)
Covid-19: प्रयागराज में Oxygen की खपत तीन गुना बढ़ी, जरूरत के हिसाब से नहीं पा रही आपूर्ति, कालाबाजारी भी शुरू
कोरोना संक्रमण काल में प्रयागराज में ऑक्‍सीजन की कमी हो गई है।

प्रयाजराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण की दूसरी लहर प्रयागराज के लिए मुसीबत का पहाड़ बनती जा रही है। स्थिति ऐसी बन रही है कि संक्रमितों को ऑक्सीजन की जरूरत पूरी करते करते व्यवस्था का 'ऑक्सीजन लेवल ' ही घटने लगा है। सरकारी और निजी अस्पतालों में ऑक्सीजन की खपत एक सप्ताह में तीन गुना बढ़ गई है, जबकि नैनी प्लांट से पूरी क्षमता लगाने के बाद भी आपूर्ति जरूरत के अनुसार नहीं हो पा रही है। वहीं इसका अनुचित लाभ भी कुछ लोग उठाने लगे हैं। ऑक्‍सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी भी शुरू हो गई है। वहीं अस्पतालों में रेमडीसीवीर इंजेक्शन की मांग भी बढ़ी है जबकि यह पूरी कोशिश करने पर 10 फीसद ही आ पा रहा है।

एसआरएन अस्‍पताल में ऑक्‍सीजन की खपत तीन गुना बढ़ी

स्वरूपरानी नेहरू कोविड अस्पताल (एसआरएन) में इन दिनों करीब 500 मरीज भर्ती हैं। यहां आइसीयू की कुल 50 बेड समेत 450 बेड पर आक्सीजन की पाइप सप्लाई है। ऑक्सीजन सप्लाई के नोडल डॉक्टर आरजे सिद्दकी का कहना है कि एक हफ्ते से खपत तीन गुना ज्यादा हो गई है। यहां पहले लिक्विड मेडिकल गैस प्रत्येक दिन आठ हजार लीटर से काम चल जाता था अब करीब 22 हजार लीटर खपत हो रही है। यह गैस कोलकाता से टैंकर में आती है। प्रत्येक दिन सिलेंडर वाली ऑक्सीजन की खपत भी बढ़ी है। हालांकि ऑक्सीजन उपलब्ध है। कमी नहीं होने दी जा रही है।

बेली अस्‍पताल में भी ऑक्‍सीजन की मांग अधिक

बेली अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉक्टर किरण मलिक का कहना है कि 160 मरीज भर्ती हैं। 120 से अधिक लोगों को ऑक्सीजन दिया जा रहा है। खपत तीन गुना बढ़ गई है। सिलेंडर नैनी प्लांट से मंगाए जा रहे हैं।

उधर अस्पतालों में संक्रमितों के फेफड़े पर कोरोना का ज्यादा असर देखते हुए रेमडीसीवीर इंजेक्शन की मांग बढ़ गई है। शासन ने दो दिनों पहले प्रत्येक कोविड असप्ताल को 30-30 इंजेक्शन उपलब्ध कराए थे। अब और इंजेक्शन की मांग भेजी गई है।

ऑक्‍सीजन सिलेंडर की कालाबाजारी

एक ओर ऑक्‍सीजन की प्रयागराज में मांग अधिक हो गई है तो दूसरी ओर इसकी कालाबाजारी भी करने से कुछ लोग बाज नहीं आ रहे हैं। बताया जाता है कि एक ऑक्‍सीजन सिलेंडर जो 600 रुपये में उपलब्‍ध होता था, अब उसकी मनमानी कीमत वसूली जा रही है। 600 वाला ऑक्‍सीजन सिलेंडर अब एक हजार से 12 सौ रुपये में लोगों को मिल पा रहा है।

बाजार में नहीं हैं इंजेक्शन, दवा कंपनियों ने डिस्‍ट्रीब्‍यूटरों को दिया आश्‍वासन

रेमडेसीविर इंजेक्शन की बाजार में डिमांड के अनुसार उपलब्धता महज 10 फीसद है। दवा कंपनियों ने डिस्ट्रीब्यूटरों को जिस हिसाब से आश्वासन दिया है उसके मुताबिक इस सप्ताह तक स्थिति सामान्य होने की उम्मीद है। फेबी फ्लू की उपलब्धता आवश्यकतानुसार होने के दावे किए जा रहे हैं।

इलाहाबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्‍यक्ष की अपील

इलाहाबाद केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष अनिल दुबे ने लोगों से अपील की है कि फेबी फ्लू का स्टॉक न करें, अन्यथा जरूरतमंद लोगों को दवा मिलने में दिक्कत होगी। यह दवा बाजार में इतनी मात्रा में उपलब्ध है कि जरूरत के हिसाब से सभी को मिल जाएगी।

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