COVID-19: केरल और मुंबई में कोरोना से बिगड़ी स्थिति, प्रयागराज के चिकित्सक हैं सतर्क
COVID-19 मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. एसपी सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। प्रत्येक दिन करीब सात हजार लोगों के कोविड टेस्ट हो रहे हैं। अस्पतालों में भी तैयारी है। लोग दूसरे राज्यों की स्थिति को देखते हुए अपना बचाव करें।
प्रयागराज, जेएनएन। कोरोना वायरस संक्रमण को लेकर उप्र शासन की सक्रियता बढ़ गई है। केरल और मुंबई में उपजे हालात ने प्रयागराज में भी डाक्टरों को असमंजस में डाल दिया है। एक तरफ यह कहा जा रहा है कि अक्टूबर तक अधिकांश लोगों काे वैक्सीन लग चुकी होगी, करीब एक लाख लोग कोरोना संक्रमित पहले ही हो चुके हैं इसलिए उनमें एंटीबाडी डेवलप हो चुकी है। दूसरी ओर यह आशंका भी जताई जा रही है कि संक्रमण मुंबई से यूपी पहुंचा तो हालात खराब होंगे।
पीकू वार्ड के प्रभारी बोले- कोरोना से लड़ने को तैयार हैं
पीआइसीयू यानी पीकू वार्ड के प्रभारी डा. मुकेशवीर सिंह कहते हैं कि कोरोना संक्रमण से लड़ने की तैयारी पूरी रखी गई है। किसी भी आकस्मिक स्थिति के लिए स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह तैयार है। पिछले दिनों महानिदेशक स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा की टीम ने निरीक्षण में तैयारियां शत प्रतिशत पाई थी। वहीं दूसरे राज्यों में कोरोना से बिगड़े हालात चिंताजनक हैं। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में कोरोना फैलने की संभावना काफी कम है लेकिन यह अदृश्य वायरस है। एयर बार्न भी होता है इसलिए संक्रमण अचानक फैलने से इन्कार भी नहीं कर सकते।
आइसीयू प्रभारी ने कहा- मानसिक रूप से तैयार रहना होगा
आइसीयू प्रभारी डा. नीलम सिंंह का कहना है कि कोरोना संक्रमण अगले महीने फैल भी सकता है। अभी केरल तक ही कोरोना का संक्रमण था, अब मुंबई में भी स्थितियां बिगड़ गई हैं तो जाहिर है कि हालात यूपी को भी प्रभावित करेंगे। इसके लिए हम सभी को मानसिक रूप से तैयार रहना होगा। उन्होंने लोगों से कहा है कि कोरोना संक्रमण के हालात प्रयागराज में अभी ठीक हैं, प्रत्येक दिन एक या दो नए संक्रमित ही मिल रहे हैं तो इसे मामूली न समझ़ें, सतर्कता पूरी रखें और घर से बाहर जाएं तो मास्क जरूर लगाएं। क्योंकि बचाव का सबसे पहला बैरियर मास्क ही होता है।
एमएलएन मेडिकल कालेज प्राचार्य बोले- बचाव लोग हर स्तर पर करें
मोतीलाल नेहरू मेडिकल कालेज के प्रिंसिपल डा. एसपी सिंह ने कहा कि कोरोना संक्रमण को लेकर सतर्कता बरती जा रही है। प्रत्येक दिन करीब सात हजार लोगों के कोविड टेस्ट हो रहे हैं। अस्पतालों में भी तैयारी है। अब जिम्मेदारी लोगों की है कि दूसरे राज्यों की स्थिति को देखते हुए अपना बचाव हर स्तर पर करते रहें।