Covid-19: कोरोना की वापसी पर असमंजस की स्थिति, डाक्टरों ने कहा- लापरवाही पड़ सकती है भारी
Covid-19 डाक्टर कहते हैं कि अधिकांश लोगों को कोरोनारोधी टीके की पहली डोज लग चुकी है फिर भी कोरोना संक्रमण किसी को भी हो सकता है। उन्हाेंने कहा कि मास्क लगाना और कोरोना से पहले की तरह ही बचाव अब भी बेहद जरूरी है।
प्रयागराज, जागरण संवाददाता। कोरोना वायरस का असर अब भले ही काफी कम है और लोग निश्चिंत हो गए हों लेकिन देश के अन्य राज्यों में महामारी के जारी कहर ने असमंजस की स्थिति बना रखी है। स्थानीय स्तर पर कोरोना से सभी को राहत है। वहीं सरकारी और प्राइवेट अस्पतालों में बरते जा रहे एहतियात व प्रत्येक दिन करीब 4000 कोविड टेस्ट इसका गवाह है कि चिकित्सा जगत के लिए कोरोना वायरस का खतरा अब भी बरकरार है। चिकित्सकों का कहना है कि देश में 100 करोड़ लोगों को टीके लग चुके हैं लेकिन सभी को लंबे समय तक कोरोना के साथ जीने की आदत डाल लेनी चाहिए।
मास्क लगाना और बचाव करना जरूरी : डाक्टर मंसूर
बेली अस्पताल के फिजीशियन डाक्टर मंसूर अहमद का कहना है कि कोरोना वायरस को लेकर लोग भ्रम में न रहें। अब वातावरण में हल्की ठंडक होने लगी है और सर्दी जुखाम के मरीजों के बीच इक्का-दुक्का कोरोना संक्रमित भी मिल रहे हैं। यही स्थिति पिछले साल भी रही है। अधिकांश लोगों को टीके की पहली डोज लग चुकी है फिर भी कोरोना संक्रमण किसी को भी हो सकता है, हां इतना जरूर रहेगा कि टीका लगवा चुके लोगों में किसी की इस कोरोना वायरस से मृत्यु की संभावना नहीं रहेगी। उन्हाेंने कहा कि मास्क लगाना और कोरोना से पहले की तरह ही बचाव अब भी बेहद जरूरी है।
मास्क न पहनने से खतरा हो सकता है : डाक्टर राजेश
काल्विन अस्पताल के डाक्टर राजेश श्रीवास्तव का कहना है कि कोरोना से अब तक मास्क ने ही सुरक्षित रखा। ऐसा किसी भी स्तर पर नहीं कहा गया है कि देश से कोरोना वायरस खत्म हो चुका है, तो फिर मास्क को मनमाने तरीके से तिलांजलि देना खतरे को न्यौता देने जैसा है। कहाकि मास्क का दामन न छोड़ें क्योंकि दूसरे राज्यों की स्थितियों को देखते हुए कहा जा सकता है कि कोरोना वायरस यहां भी वापसी कर सकता है।
स्वास्थ्य विभाग कोरोना को लेकर सजग व सतर्क है : जिला सर्विलांस अधिकारी
जिला सर्विलांस अधिकारी डाक्टर एके तिवारी का कहना है कि प्रत्येक दिन करीब 4000 लोगों के कोविड टेस्ट कराए जा रहे हैं। अस्पतालों में मरीज की कोरोना जांच के बिना आपरेशन नहीं किया जा रहा है। स्वास्थ्य विभाग पूरी तरह सजग और सतर्क है। लोगों को भी जागरूक होना चाहिए ताकि शत प्रतिशत टीकाकरण होने तक और सरकार की नई गाइडलाइन आने तक कोई भी मास्क लगाना न छोड़े।