परिषदीय स्कूल तो खुल गए मगर Pratapgarh में ​​​​​नहीं मिले यूनिफार्म और जूते-मोजे के लिए पैसे

बीएसए सुधीर सिंह का कहना है कि यूनिफार्म स्वेटर जूते मोजे व स्कूल बैग का पैसा अभिभावकों के खाते में सीधे शासन से डीबीटी के माध्यम से जाना है। इस बारे में शासन स्तर से लगातार प्रक्रिया चल रही है

By Ankur TripathiEdited By: Publish:Sun, 19 Sep 2021 04:36 PM (IST) Updated:Sun, 19 Sep 2021 04:36 PM (IST)
परिषदीय स्कूल तो खुल गए मगर Pratapgarh में ​​​​​नहीं मिले यूनिफार्म और जूते-मोजे के लिए पैसे
अभिभावकों के खाते में सीधे भेजा जाना है पैसा लेकिन विभाग की ओर से हो रही देरी

प्रतापगढ़, जागरण संवाददाता। जनपद के परिषदीय स्कूलों में पढऩे वाले बच्चों को यूनिफार्म, स्वेटर, जूते-मोजे, स्कूल बैग के लिए पैसे अभी तक नहीं मिल सके। जबकि, स्कूल खुले एक पखवारा से अधिक का समय बीत चुका है।

हर बच्चे पर 11 सौ रुपये दिए जाने हैं

सर्वशिक्षा अभियान द्वारा इसका प्रस्ताव शासन को भेजा गया था। इसके प्रत्येक बच्चे के अभिभावक को 1100 रुपये दिए जाने थे। सरकार ने अभी तक इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। जो प्रस्ताव भेजा गया था, उसके अनुसार बेसिक के बच्चों को दो यूनिफार्म का छह सौ रुपये, एक स्वेटर के लिए दो सौ रुपये, बैग, जूते एवं मोजे के लिए तीन रुपये दिए जाने थे। यह पैसे डीबीटी योजना के अंतर्गत अभिभावकों के खाते में भेजा जाना था। अभी सरकार ने इस पर कोई निर्णय नहीं लिया है। स्कूलों में बच्चे बिना यूनिफार्म के आ रहे हैं । यहां तक कि पाठ्य-पुस्तकें जिले में आने के बाद भी इनका वितरण बच्चों में नहीं किया जा सका।

दो लाख 84 हजार स्कूली बच्चे जिले में

प्रतापगढ़ जिले में कुल प्राइमरी स्कूलों की संख्या 2756 है। इनमें से 722 उच्च प्राथमिक तथा 2034 प्राथमिक विद्यालय हैं। इन विद्यालयों में दो लाख 84 हजार बच्चे हैं। बीएसए सुधीर कुमार सिंह का कहना है कि यूनिफार्म, स्वेटर, जूते, मोजे व स्कूल बैग का पैसा अभिभावकों के खाते में सीधे शासन से डीबीटी के माध्यम से जाना है। इस पाठ्य-पुस्तकों के बारे में बीएसए ने बताया कि जिले में बच्चों के लिए 15 लाख पाठ्य-पुस्तकें आई हैं। इन्हें बीआरसी पर भेज दिया गया था। बीते सोमवार से स्कूलों में भेजा जा रहा है। पट्टी क्षेत्र के 51 स्कूलों में पुस्तकें भेजी जा चुकी हैं। सोमवार से बच्चों में वितरण किया जाएगा।

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